Jyotish Shastra : राहु अशुभ होने पर देता है बुरे परिणाम, जानें उपाय

Jyotish Shastra : राहु अशुभ होने पर देता है बुरे परिणाम, जानें  उपाय
X
Jyotish Shastra : राहु को ज्योतिष और धर्मग्रंथों में पापग्रह बताया गया है। पौराणिक ग्रंथ और पुराणों में राहु के बारे में कहा गया है कि राहु एक मायावी ग्रह है। कलियुग में इसका और भी व्यापक बताया गया है। वहीं राहु को छाया ग्रह भी कहा जाता है। कहा जाता है कि इस ग्रह का अपना कोई अस्तित्व नहीं होता है।

Jyotish Shastra : राहु को ज्योतिष और धर्मग्रंथों में पापग्रह बताया गया है। पौराणिक ग्रंथ और पुराणों में राहु के बारे में कहा गया है कि राहु एक मायावी ग्रह है। कलियुग में इसका और भी व्यापक बताया गया है। वहीं राहु को छाया ग्रह भी कहा जाता है। कहा जाता है कि इस ग्रह का अपना कोई अस्तित्व नहीं होता है। राहु सदैव ही वक्री चाल चलता है। राहु को इसीलिए भी अशुभ माना जाता है, क्योंकि ज्योतिष की गणनाओं के अनुसार, राहु की दशा मनुष्य को 18 साल तक प्रभावित करती है। इस दशा में व्यक्ति की कुंडली में राहु-केतु से बनने वाला यदि कोई दोष है तो व्यक्ति के जीवन में अत्यंत बुरे परिणाम देता है। तो आइए जानते हैं राहु से बनने वाले कुछ अशुभ योग के बारे में...

राहु के अशुभ होने पर बनने वाले योग

  • कालर्सप दोष
  • पितृदोष
  • गुरु चांडाल दोष
  • जड़त्व योग
  • ग्रहण दोष

राहु और केतु के कारण ही सूर्य ग्रहण और चंद्र ग्रहण होते हैं। ग्रहण को ज्योतिष शास्त्र में एक अशुभ घटना माना गया है, जिसका प्रभाव देश दुनिया के साथ मनुष्य पर भी पड़ता है। ग्रहण से पहले सूतक काल प्रारंभ हो जाता है और सूतक काल में शुभ कार्य नहीं करते हैं। धार्मिक ग्रंथों की माने तो ग्रहण के बाद स्नान करते हैं। वहीं कई धार्मिक ग्रंथों में राहु केतु के कारण ही ग्रहण लगने का वर्णन मिलता है।

राहु का स्वभाव शनि की भांति ही बताया गया है। राहु पापग्रह के साथ ही एक क्रूर ग्रह भी है। राहु अशुभ होने पर खतरनाक रोग भी देता है। राहु मनुष्य को साहसी, चालाक, धुर्त, स्वार्थी, अधिक बोलने वाला, झूठा, वैमनस्य पैदा करना, धर्म का ना मानने वाला, राजनीतिक में रूचि लेने वाला, नशे की आदत आदि वाला व्यक्ति भी बना देता है।

राहु के अशुभ होने पर कैसे लगाएं पता

कुंडली में राहु अशुभ हो तो आसानी से पता लगाया जा सकता है। राहु यदि अशुभ है तो कई प्रकार की दिक्कतें प्रदान करता है। जैसे-पढ़ाई में बाधा, माता पिता से अनबन, गलत संगत, नशे की लत, एकांत में रहना आदि राहु के कारण ही होता है।

राहु के उपाय

  • गोमेद धारण करें।
  • दुर्गा चालीसा का पाठ करें।
  • तेल-तिल और काले वस्त्र आदि का दान करें।
  • कुश डालकर स्नान करें।
  • काले कुत्ते को रोटी खिलाएं।
  • शनिवार को शाम के समय काले कपड़े में एक नारियल और 11 साबुत बादाम बांधकर बहते जल में बहा दें।

(Disclaimer: इस स्टोरी में दी गई सूचनाएं सामान्य मान्यताओं पर आधारित हैं। Haribhoomi.com इनकी पुष्टि नहीं करता है। इन तथ्यों को अमल में लाने से पहले संबधित विशेषज्ञ से संपर्क करें।)

Tags

Next Story