Jyotish Shastra: शनिवार के दिन जरुर करें इन मंत्रों का जाप तो शनिदेव मानेंगे आपकी हर बात

Jyotish Shastra: शनिवार के दिन जरुर करें इन मंत्रों का जाप तो शनिदेव मानेंगे आपकी हर बात
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Jyotish Shastra: ज्योतिष शास्त्र और तंत्रशास्त्र की मानें तो मंत्रों में बहुत अधिक शक्ति होती है, जो कार्य मेहनत और कठिन परिश्रम से ना किए जा सकते हों, वो कार्य मंत्र के जाप से पल भर में सिद्ध हो जाते हैं।

Jyotish Shastra: ज्योतिष शास्त्र और तंत्रशास्त्र की मानें तो मंत्रों में बहुत अधिक शक्ति होती है, जो कार्य मेहनत और कठिन परिश्रम से ना किए जा सकते हों, वो कार्य मंत्र के जाप से पल भर में सिद्ध हो जाते हैं। मंत्र के द्वारा किसी भी स्त्री-पुरुष, देवी-देवता, राक्षस, पिशाच, गंधर्व, भूत-प्रेत और यहां तक कि, भगवान को भी वश में किया जा सकता है और किसी भी मनोकामना को पूरा किया जा सकता है। वहीं अगर आपके जीवन में कुछ दिक्कत और परेशानियां चल रही हैं और आप शनिदोष के कारण परेशान है, तथा आपका किसी भी काम को करने में मन नहीं लगता है या आपको शनि महाराज के कारण लगातार धन हानि का सामना करना पड़ रहा है तो आपको शनि महाराज के मंत्रों का जाप करके उन्हें प्रसन्न कर उनकी कृपा प्राप्त करनी चाहिए। तो आइए जानते हैं शनिदेव के कुछ ऐसे ही मंत्रों के बारे में जिनका जाप करके आप कुंडली में मौजूद शनिदोष से मुक्ति प्राप्त कर सकते हैं और सुख-चैन की जिंदगी गुजार सकते हैं।

शनि स्तोत्र

ऊँ नीलांजन समाभासं रविपुत्रं यमाग्रजम्‌।

छायामार्तण्ड सम्भूतं तं नमामि शनैश्चरम्‌।।

शनि का तांत्रिक मंत्र

ऊँ प्रां प्रीं प्रौं सः शनये नमः।

शनि का वैदिक मंत्र

ऊँ शन्नो देवीरभिष्टडआपो भवन्तुपीतये।

शनि का गायत्री मंत्र

ऊँ भगभवाय विद्महैं मृत्युरुपाय धीमहि तन्नो शनिः प्रचोद्यात्।

शनि साढ़े साती और ढैय्या से मुक्ति पाने का मंत्र

ऊँ त्रयम्बकं यजामहे सुगंधिम पुष्टिवर्धनम ।

उर्वारुक मिव बन्धनान मृत्योर्मुक्षीय मा मृतात ।

ॐ शन्नोदेवीरभिष्टय आपो भवन्तु पीतये।शंयोरभिश्रवन्तु नः। ऊँ शं शनैश्चराय नमः।

ऊँ नीलांजनसमाभासं रविपुत्रं यमाग्रजम्‌।छायामार्तण्डसम्भूतं तं नमामि शनैश्चरम्‌।

शनि का बीजमंत्र

ऊँ प्रां प्रीं प्रौं सः शनैश्चराय नमः।

शनि एकाक्षरी मंत्र

ऊँ शं शनैश्चाराय नमः।

इन मंत्रों के जाप से शनि की कृपादृष्टि आपके और आपके परिवार पर होने लगती है और कुंडली में मौजूद शनिदोष समाप्त हो जाते हैं। शनिदेव की क्रूर दृष्टि आपके ऊपर से हट जाती है और शुभ दृष्टि आपके ऊपर पड़ने लगती है। जिससे आपके जीवन में सुख और ऐश्वर्य के साथ में प्रेम और धन की बर्षा होने लगती है और आपका हर जगह पर सम्मान होता है।

(Disclaimer: इस स्टोरी में दी गई सूचनाएं सामान्य मान्यताओं पर आधारित हैं। Haribhoomi.com इनकी पुष्टि नहीं करता है। इन तथ्यों को अमल में लाने से पहले संबधित विशेषज्ञ से संपर्क करें।)

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