Jyotish Shastra : शनि को प्रसन्न करने के लिए जरुर करें ये काम, वरना हो सकती है आपको परेशानी

Jyotish Shastra : शनि को प्रसन्न करने के लिए जरुर करें ये काम, वरना हो सकती है आपको परेशानी
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Jyotish Shastra : ज्योतिष में सूर्य पुत्र शनिदेव का विशेष महत्व है। शनि ग्रह को सबसे धीमी चाल से चलने वाला ग्रह माना जाता है। वहीं शनि ग्रह एक राशि में करीब ढाई वर्ष तक गोचर करते हैं। जिसके कारण उनका एक राशिचक्र करीब 30 वर्ष में पूरा होता है।

Jyotish Shastra : ज्योतिष में सूर्य पुत्र शनिदेव का विशेष महत्व है। शनि ग्रह को सबसे धीमी चाल से चलने वाला ग्रह माना जाता है। वहीं शनि ग्रह एक राशि में करीब ढाई वर्ष तक गोचर करते हैं। जिसके कारण उनका एक राशिचक्र करीब 30 वर्ष में पूरा होता है। इस दौरान शनिदेव जिस भी राशि या जातक पर अपनी कुदृष्टि डाल देते हैं, उस राशि वाले लोगों का जीवन परेशानियों से घिर जाता है। इसीलिए सभी लोगों को समय-समय पर शनि का उपाय करते रहना चाहिए। वहीं जो लोग शनि दोष से पीड़ित हैं अथवा जिन लोगों पर शनि की साढ़े साती और ढैय्या के अलावा शनि महादशा आदि चल रही हो, उन्हें तो सतर्कता से शनि के उपाय जरुर करने चाहिए। तो आइए जानते हैं शनि के कुछ अचूक उपायों के बारे में...

शनि के उपाय

नाखून ना बढ़ने दें

अगर आप शनि दोष से पीड़ित हैं अथवा आपके ऊपर शनि साढ़े साती, ढैय्या आदि का प्रभाव है तो आप अपने नाखूनों को अधिक ना बढ़ाएं। उन्हें समय-समय पर काटते जरुर रहें।

दान

शनि से पीड़ित व्यक्ति को शनि की चीजों का दान अवश्य करना चाहिए। शनि की चीजों का दान करने से आपको शनिदोष से राहत मिल सकती है और आपके बिगड़े हुए काम भी आसानी से बन सकते हैं। वहीं शनिदेव आपके ऊपर प्रसन्न होकर अपनी कृपा कर सकते हैं।

छाता का दान

शनि को प्रसन्न करने के लिए काले छाते का दान जरुर करें। ऐसा करने से शनि की कृपा प्राप्त होती है और शनिदोष से राहत मिलती है।

कुत्तों की सेवा

कुत्तों को भोजन कराने से शनि के साथ ही राहु-केतु और भैरव का भी आशीर्वाद मिलता है। इसीलिए शनिदोष से राहत पाने के लिए कुत्तों की सेवा जरुर करनी चाहिए।

नेत्रहीनों की मदद

नेत्रहीनों की मदद करने और उन्हें राह दिखाने से शनिदेव प्रसन्न होते हैं। साथ ही ऐसा करने से शनि के अशुभ प्रभाव में कमी आती है।

शनिवार व्रत

शनिवार के दिन व्रत जरुर करें और हनुमान जी की पूजा करने के साथ ही शनि का दीया जलाएं। ऐसा करने से शनिदेव तो प्रसन्न होते ही हैं, साथ ही हनुमान जी का आशीर्वाद भी मिलता है।

मछलियों को भोजन

समय-समय पर जितना हो सके आप मछलियों और जलीय जीवों को भोजन डालते रहें। ऐसा करने से शनिदोष समाप्त होता है और साथ ही शनि की कृपा प्राप्त होती है।

स्नान

शनि के प्रभाव को कम करने के लिए प्रतिदिन स्नान करें और स्वच्छता के नियमों का पूर्ण पालन करें। ऐसा करने से भी शनि के शुभ प्रभाव में वृद्धि होती है और अशुभ प्रभाव में कमी आती है।

(Disclaimer: इस स्टोरी में दी गई सूचनाएं सामान्य मान्यताओं पर आधारित हैं। Haribhoomi.com इनकी पुष्टि नहीं करता है। इन तथ्यों को अमल में लाने से पहले संबधित विशेषज्ञ से संपर्क करें।)

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