जानें कुंडली में कैसे बनता है काल सर्प दोष, मुक्ति पाने के लिए करें ये चमत्कारी उपाय

Kaal Sarp Dosh Upay: हर किसी व्यक्ति की कुंडली में कोई न कोई योग जरूर बनता है, जो व्यक्ति को शुभ या अशुभ परिणाम देते हैं। शास्त्रों के अनुसार, जिन जातकों की कुंडली में काल सर्प दोष होता है, उनके लिए ये बहुत ही अशुभ होता है। कहा जाता कि कुंडली में काल सर्प दोष बनने से नौकरी और व्यापार में काफी परेशानी आती है, लेकिन क्या आपको पता है किसी जातक की कुंडली में काल सर्प दोष कैसे बनता है और इससे मुक्ति के उपाय क्या हैं। अगर नहीं, तो आइये जानते हैं काल सर्प दोष के बारे में...
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कुंडली में कैसे बनता है काल सर्प दोष
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, जातक के जन्मांग चक्र में राहु और केतु की स्थिति आमने-सामने की होती है। इसके साथ ही बाकी के सातों ग्रह, राहु और केतु एक ओर हो जाते हैं और दूसरी ओर कोई ग्रह नहीं रहता है। तब ऐसी स्थिति में जातक की कुंडली में काल सर्प योग बनता है।
जानें काल सर्प दोष के लक्षण
शास्त्रों के अनुसार, जिस व्यक्ति की कुंडली में काल सर्प दोष होता है, उन्हें सपने में सांप दिखाई देने लगता है। इसके साथ ही घर में हर समय लड़ाई-झगड़ा का भी माहौल बना रहता है। ऐसा कहा जाता है कि यदि कुंडली में काल सर्प योग बन जाता है, तो व्यक्ति कोई भी निर्णय लेने में असमर्थ रहता है। इसके साथ ही हर काम में बाधा आने लगती है। शत्रु हावी होने लगते हैं।
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काल सर्प दोष मुक्ति के उपाय
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, काल सर्प दोष से छुटकारा पाने के लिए सोमवार के दिन गंगाजल या साधारण जल में गंगाजल मिलाकर शिवलिंग का अभिषेक करना चाहिए। इसके साथ ही भगवान भोलेनाथ को चंदन युक्त धूप भी अर्पित करनी चाहिए। ऐसी मान्यता है कि काल सर्प दोष दूर करने के लिए लगातार 108 बार महामृत्युंजय मंत्र का पाठ करना चाहिए। इससे काल सर्प दोष से छुटकारा मिल सकता है।
Disclaimer: इस स्टोरी में दी गई सूचनाएं सामान्य मान्यताओं पर आधारित हैं। Haribhoomi.com इनकी पुष्टि नहीं करता है। इन तथ्यों को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से संपर्क करें।
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