Kartik Pradosh 2020: कार्तिक शुक्र प्रदोष व्रत का शुभ मुहूर्त और उपाय

Kartik Pradosh 2020: कार्तिक शुक्र प्रदोष व्रत का शुभ मुहूर्त और उपाय
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Kartik Pradosh 2020: प्रदोष व्रत भगवान भोलेनाथ को समर्पित है। पंचांग के अनुसार प्रत्येक माह के शुक्ल पक्ष और कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी के दिन भगवान भोलेनाथ को प्रसन्न करने के लिए व्रत करके उनकी पूजा की जाती है। यदि प्रदोष शुक्रवार के दिन पड़े तो इसे शुक्र प्रदोष कहते हैं।

Kartik Pradosh 2020: प्रदोष व्रत भगवान भोलेनाथ को समर्पित है। पंचांग के अनुसार प्रत्येक माह के शुक्ल पक्ष और कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी के दिन भगवान भोलेनाथ को प्रसन्न करने के लिए व्रत करके उनकी पूजा की जाती है। यदि प्रदोष शुक्रवार के दिन पड़े तो इसे शुक्र प्रदोष कहते हैं। शुक्रवार मां लक्ष्मी जी का दिन है। जिस कारण इस दिन पड़ने वाला प्रदोष व्रत सौभाग्य में वृद्धि करने वाला होता है।

कार्तिक शुक्रवार प्रदोष तिथि 2020

27 नवंबर 2020 यानि आज

प्रदोष काल पूजा का शुभ मुहूर्त

शाम 05:20 बजे से रात्रि 08:04 बजे तक

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प्रदोष व्रत की पूजाविधि

प्रदोष व्रत के दिन ब्रह्ममुहूर्त में उठकर दैनिक कार्यों से निवृत्त होकर स्नान करें। और भगवान शिव का स्मरण करते हुए व्रत का संकल्प करें। प्रदोष तिथि की पूजा प्रदोषकाल में ही की जाती है। प्रदोषकाल यानि कि शाम को सूर्यास्त होने के एक घंटे पहले स्वच्छ होकर पूजा के शुभ मुहूर्त में ईशान कोण को सबसे पहले गंगाजल से शुद्ध कर लें। अब कुश के आसन पर बैठकर उत्तर-पूर्व दिशा की ओर मुंह करके भगवान शिव का पूजन करें। और ऊँ नम: शिवाय मंत्र का जप करते हुए शिव का जलाभिषेक करें। तथा बेलपत्र अर्पित करें। इसके बाद विधि-विधान से शिव की आरती करके प्रसाद बांटें।

कहा जाता है कि शुक्र प्रदोष के दिन व्रत रखने और पूजा-पाठ करने से मन की इच्छा जल्दी ही पूरी हो जाती है। और समस्त रोगों का नाश होता है। शीघ्र विवाह के योग बनते हैं। व्यक्ति को सौभाग्य की प्राप्ति होती है।

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प्रदोष व्रत का उपाय

प्रदोष काल के दिन सबसे पहले आपको स्नान करके सूर्यनारायण भगवान को तांबे के लोटे में जल तथा शक्कर डालकर अर्घ्य देना चाहिए। क्योंकि इससे समस्त रोगों का नाश होता है।

प्रदोष काल में सबसे पहले भगवान शिव को पंचामृत (दूध, दही, घी, शहद और शक्कर) से स्नान कराएं। फिर शुद्ध जल से स्नान कराकर पूजन सामग्री और बेलपत्र अर्पित करें।

प्रदोष काल में साबुत चावल की खीर का भोग भगवान शिव को अर्पित करें।

प्रदोष काल में भगवान शिव को पीले और मां पार्वती को गुलाबी फूल अर्पित करें। इससे शीघ्र विवाह के योग बनते हैं। यदि कार्तिक शुक्र प्रदोष के दिन आप इन उपायों के साथ भगवान शिव की पूजा करते हैं तो आपकी मनोकामना अवश्य पूर्ण होगी।

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