केदारनाथ धाम के कपाट शीतकाल के लिए बंद, जानें पूरी डिटेल

26 अक्टूबर 2022, दिन बुधवार को गंगोत्री धाम के कपाट वैदिक मंत्रोच्चार के साथ बंद होने के बाद आज भाईदूज के अवसर पर केदारनाथ धाम और यमुनोत्री धाम के कपाट भी बंद हो गए। वहीं आज भाईदूज के अवसर पर भगवान केदारनाथ जी की पंचमुखी डोली को वैदिक मंत्रोच्चार के साथ श्रीकेदारनाथ मंदिर परिसर में प्रतिष्ठित कर दिया गया।
आज सुबह 08:30 बजे बाबा केदारनाथ के कपाट शीतकाल के लिए बंद कर दिए गए हैं। वहीं बाबा केदारनाथ की जी पंचमुखी डोली शीतकालीन गद्दीस्थल ओंकारेश्वर मंदिर उखीमठ के लिए प्रस्थान कर गई है। वहीं बाबा केदारनाथ धाम के कपाट बंद होने की पूर्व संध्या पर बाबा के हजारों भक्त उनके दर्शनों के लिए केदारनाथ पहुंच गए हैं।
वहीं केदारनाथ से मंदिर समिति मीडिया प्रभारी डॉ. हरीश गौड़ के अनुसार 27 अक्टूबर को सुबह साढ़े आठ बजे श्री केदारनाथ धाम के कपाट बंद होने के बाद भगवान केदार जी की पंचमुखी डोली अपने प्रथम पड़ाव रामपुर के लिए निकल चुकी है, जोकि 28 अक्टूबर को अपने दूसरे पड़ाव श्री विश्वनाथ मंदिर गुप्तकाशी पहुंच जाएगी और तीसरे पड़ाव में 29 अक्टूबर को शीतकालीन गद्दीस्थल श्री ओंकारेश्वर मंदिर उखीमठ में पंचमुखी डोली पहुंचेगी।
वहीं प्रतिवर्ष शीतकालीन मौसम में सभी धाम के कपाट शुभ मुहूर्त में बंद कर दिए जाते हैं और ग्रीष्मकालीन सत्र में शुभ मुहूर्त में कपाट भक्तों के लिए खोल दिए जाते हैं।
वहीं बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति के सूत्रों के मुताबिक, शीतकालीन सत्र में मंदिर की सुरक्षा में तैनात सुरक्षाकर्मियों को रहने के लिए खाद्य सामग्री और अन्य सभी व्यवस्थाएं कर दी गई हैं। जिससे शीतकाल के दौरान उन्हें किसी प्रकार की कोई परेशानी महसूस ना हो और वे पूरी सतर्कता से मंदिर की सुरक्षा कर पाएं।
(Disclaimer: इस स्टोरी में दी गई सूचनाएं सामान्य मान्यताओं पर आधारित हैं। Haribhoomi.com इनकी पुष्टि नहीं करता है। इन तथ्यों को अमल में लाने से पहले संबधित विशेषज्ञ से संपर्क करें।)
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