Kharmas 2021-22: खरमास होने वाला है शुरू, जानें इस दौरान किन कार्यों को प्राथमिकता दें और किन्हें करें नजरंदाज

Kharmas 2021-22:  खरमास होने वाला है शुरू, जानें इस दौरान किन कार्यों को प्राथमिकता दें और किन्हें करें नजरंदाज
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Kharmas 2021-22: 16 दिसंबर 2021 से खरमास आरंभ होने जा रहा है। इसका कारण यह है कि सूर्यदेव 15 दिसंबर की रात्रि 03:58 बजे धनु राशि में प्रवेश करेंगे। ऐसी मान्यता है कि खरमास या मलमास का महीना शुभ नहीं होता है। इस महीने में कई चीजें वर्जित मानी जाती हैं। गृह प्रवेश, वधु प्रवेश, नवीन गृह निर्माण, नया व्यापार, व्यवसाय, मुंडन संस्कार, सगाई आदि जो ये शुभ कार्य हैं वो सभी इस दौरान वर्जित माने जाते हैं। ऐसा माना जाता है कि इस मास में सूर्य देवता के रथ को घोड़े नहीं खींचते हैं। तो आइए जानते हैं खरमास में क्या करना चाहिए और क्या नहीं करना चाहिए।

Kharmas 2021-22: Kharmas 2021-22: 16 दिसंबर 2021 से खरमास आरंभ होने जा रहा है। इसका कारण यह है कि सूर्यदेव 15 दिसंबर की रात्रि 03:58 बजे धनु राशि में प्रवेश करेंगे। ऐसी मान्यता है कि खरमास या मलमास का महीना शुभ नहीं होता है। इस महीने में कई चीजें वर्जित मानी जाती हैं। गृह प्रवेश, वधु प्रवेश, नवीन गृह निर्माण, नया व्यापार, व्यवसाय, मुंडन संस्कार, सगाई आदि जो ये शुभ कार्य हैं वो सभी इस दौरान वर्जित माने जाते हैं। ऐसा माना जाता है कि इस मास में सूर्य देवता के रथ को घोड़े नहीं खींचते हैं। तो आइए जानते हैं खरमास में क्या करना चाहिए और क्या नहीं करना चाहिए।

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खरमास में करें ये काम

  1. खरमास को कहीं-कहीं मलमास भी कहते हैं। इस मास की एकादशी का उपवास कर भगवान विष्णु का पूजन करके उन्हें तुलसी के पत्ते के साथ में खीर का भोग अवश्य लगाना चाहिए।
  2. इस महीने में अर्थात खरमास के महीने में ब्रह्ममुहूर्त में जागकर स्नान करके भगवान विष्णु को दूध से अभिषेक कराना अति उत्तम माना जाता है।
  3. खरमास में अगर आपके लिए संभव हो तो प्रतिदिन कम से कम 108 बार ऊँ नमो भगवते वासुदेवाय मंत्र का जाप करें।
  4. भगवान विष्णु के वास के बारे में हमारे धर्मशास्त्रों में बताया गया है कि पीपल वृक्ष में उनका निवास होता है। इसीलिए खरमास में पीपल के वृक्ष की पूजा करना अत्यंत ही शुभ माना जाता है।
  5. खरमास में पाप-दुर्विचार और व्यसन जैसी चीजों से दूरी बनाकर रखें।
  6. इस मास में भगवान विष्णु की पूजा के साथ-साथ धार्मिक भक्ति में और धार्मिक स्नान-दान में अपना मन विशेष रूप से लगाएं।
  7. कार्यक्षेत्र में उन्नति और तरक्की के लिए मलमास या खरमास में नवमी तिथि को कन्याओं को भोजन कराना अत्यंत ही शुभ माना जाता है।
  8. खरमास के दौरान सूर्यदेव की उपासना करने का विशेष महत्व है। इसीलिए अगर हो सके तो प्रतिदिन एक माला गायत्री मंत्र का जाप आप अवश्य करें।

खरमास में क्या ना करें

  1. खरमास के दौरान नई वस्तुएं, नया भवन, प्लाट, घर अथवा कार या इलेक्ट्रिक वस्तुओं की खरीदारी नहीं करनी चाहिए।
  2. इस महीने घर निर्माणकार्य, घर निर्माण संबंधी सामान भी नहीं खरीदना चाहिए।
  3. खरमास के पूरे महीने तक विवाह, सगाई की रस्में, गृह प्रवेश, धार्मिक और मांगिलक कार्य आदि भूलकर भी नहीं करना चाहिए।

(Disclaimer: इस स्टोरी में दी गई सूचनाएं सामान्य मान्यताओं पर आधारित हैं। Haribhoomi।com इनकी पुष्टि नहीं करता है। इन तथ्यों को अमल में लाने से पहले संबधित विशेषज्ञ से संपर्क करें)

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