Janmashtami 2023: कैसे हुए भगवान कृष्ण के 16,108 विवाह, पढ़ें पौराणिक कथा

Janmashtami 2023: भगवान श्रीकृष्ण विष्णु भगवान का ही अवतार हैं। उन्होंने प्रजा को कंस के अत्याचारों से मुक्ति दिलाने के लिए माता देवकी के गर्भ से जन्म लिया था। भगवान कृष्ण के जन्म के समय को पूरे भारतवर्ष में कृष्ण जन्माष्टमी के रूप में मनाया जाता है। पौराणिक ग्रथों में भगवान कृष्ण से संबंधित कई कथाएं मिलती हैं। आखिरकार सवाल उस विषय को लेकर ज्यादातर उठता है कि क्या सच में भगवान कृष्ण की 16,108 पत्नियां थीं। आइये हम जानते हैं कि क्या सच में भगवान कृष्ण की इतनी पत्नियां थी और इसके पीछे की कहानी क्या है...
ये हैं भगवान कृष्ण की 8 पटरानियां
धार्मिक मान्याताओं की मानें तो भगवान कृष्ण की 8 पत्नियां थी। भगवान कृष्ण इन सभी को चाहते थे। इनमें कालिन्दी, रुक्मणि, जाम्बवन्ती, मित्रबिन्दा, सत्यभामा, सत्या, भद्रा के साथ ही लक्ष्मणा भी शामिल थी। महाभारत के अनुसार, रुक्मणी भगवान कृष्ण से बहुत ज्यादा प्रेम करती थी और उनसे विवाह करना चाहती थी। ऐसी मान्यता है कि भगवान कृष्ण ने रुक्मिणी का हरण किया था। उसके बाद उनके साथ विवाह रचाया था। इसके साथ ही सूर्य पुत्री कालिन्दी भगवान कृष्ण को पति रूप में पाने की कामना से तप किया। तब उस समय कालिन्दी की इच्छा को पूरी करने के लिए भगवान कृष्ण ने उसके साथ भी विवाह किया था। इसी तरह से भगवान कृष्ण ने इन आठों से विवाह किया था।
भगवान कृष्ण के कैसे हुआ 16,108 कन्याओं से विवाह
पौराणिक कथाओं के अनुसार, एक बार की बात है जब नरकासुर ने बलि देने के लिए 16000 कन्याओं को बंदी बनाकर एक कारागार में डाल रखा था। उस दौरान भगवान कृष्ण ने सभी कन्याओं को आजाद करने के लिए नरकासुर का वध किया था। उसके बाद सभी कन्याओं को आजाद कराया। वहीं, जब सभी कन्याओं ने अपने घर पहुंची तो उनके परिवार वालों ने उन्हें अपनाने से मना कर दिया। तब भगवान कृष्ण ने 16 हजार रूपों में प्रकट होकर एक साथ उन सभी कन्याओं से विवाह रचाया था।
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साथ ही एक पौराणिक मान्यता ये भी है कि जब सभी कन्याओं के परिजनों ने अपनाने से मना कर दिया था, तो उन सभी कन्याओं ने भगवान कृष्ण को अपना पति मानकर उनकी भक्ति करने लगी थी।
Disclaimer: इस स्टोरी में दी गई सूचनाएं सामान्य मान्यताओं पर आधारित हैं। Haribhoomi.com इनकी पुष्टि नहीं करता है। इन तथ्यों को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से संपर्क करें।
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