Lal Kitab : जानें, शनि पीड़ा से मुक्ति दिलाने के अचूक उपाय

- शनिदेव (Shanidev) न्याय के देवता हैं।
- शनिदेव सभी राशियों (zodiac signs) पर वे अपनी नजर बनाए हुए रखते हैं।
Lal Kitab : शनिदेव (Shanidev) न्याय के देवता हैं और सभी राशियों पर वे अपनी नजर बनाए हुए रखते हैं। कई बार व्यक्ति शनिदेव द्वारा दी जा रही पीड़ा से बहुत दुखी हो जाता है और उसका कारोबार, धन, संपत्ति और यहां तक कि उसका स्वास्थ्य भी उसका साथ नहीं देता है। सबकुछ चौपट हो जाता है और व्यक्ति अपने जीवन में अनेक दुखों को भोगता है। वहीं लाल किताब (Lal Kitab) में शनिपीड़ा के निवारण से जुड़े अनेक उपायों का वर्णन किया गया है। अगर आपके जीवन में भी शनिदोष या शनिपीड़ा के कारण कोई परेशानी आ रही है तो आप भी लाल किताब के उपायों को करके शनिपीड़ा से निजात पा सकते हैं। तो आइए जानते हैं लाल किताब के अनुसार, शनि पीड़ा से मुक्ति के उपायों के बारे में।
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- अंधे, दिव्यांग, गरीब, विधवा, अबला और सफाईकर्मियों को समय-समय भोजन जरूर कराएं। क्योंकि इन लोगों को खुश करने से शनिदेव बहुत प्रसन्न होते हैं।
- जुआ, सट्टा ना खेलें, शराब आदि का सेवन ना करें ये सब दुख का कारण हैं। आप शनिवार के दिन भैरव मंदिर में शराब चढ़ाएं। इससे आपको शनिदोष से मुक्ति मिलेगी।
- अपने घर शहद जरुर रखें और समय -समय पर थोड़ा बहुत शहद का सेवन करते रहें। तथा प्रत्येक शनिवार के दिन शनि मंदिर में अथवा किसी गरीब, अंधे, दिव्यांग, विधवा, अबला और सफाईकर्मियों को शहद का दान करें। यह उपाय अचूक है और शनिदेव की कृपा दिलाने में यह उपाय कारगर है।
- आप कभी भी अपने बुजुर्ग माता-पिता अनादर ना करें उन्हें यथोचित सम्मान दें। ऐसा करने से शनिदेव के साथ-साथ सभी नव ग्रह भी आपको शुभ फल देने लगते हैं।
- शनिवार के दिन शमी वृक्ष की जड़ में जल अर्पित करें और किसी उचित दिशा व स्थान पर आप शमी का वृक्ष लगाए। ऐसा करने से भी आपको शनिदेव की कृपा प्राप्त होती है।
(Disclaimer: इस स्टोरी में दी गई सूचनाएं सामान्य मान्यताओं पर आधारित हैं। Haribhoomi.com इनकी पुष्टि नहीं करता है। इन तथ्यों को अमल में लाने से पहले संबधित विशेषज्ञ से संपर्क करें)
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