Astro News: घर में छिपकली मारना शुभ या अशुभ, जानें क्या कहता है ज्योतिष शास्त्र

सनातन धर्म में पाप या पुण्य सभी के बारे में बताया गया है। कौन से कार्य करने पर पाप लगता है और किन कार्यों के करने पर पुण्य मिलता है, इन सभी के बारे में जानकारी दी गई है। आज इस खबर में बात करने वाले हैं कि छिपकली को मारना चाहिए या नहीं। इस बारे में सनातन धर्म क्या कहता है, चलिये जानते हैं।
दरअसल सनातन धर्म में छिपकली को मारना पाप माना जाता है। ऐसी मान्यता है कि अगर कोई जातक छिपकली को मारता है, तो इसका कर्मफल अगले जन्मों में भुगतना पड़ता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, छिपकली इंसान और भगवान के बीच के संवाद का जरिया होती है। इसके साथ ही छिपकली को माता लक्ष्मी का भी रूप माना जाता है।
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ऐसी मान्यता है कि जिस घर में छिपकली का वास होता है, वहां पर माता लक्ष्मी का निवास स्थान माना गया है। कहा जाता है कि छिपकली के रूप में भगवान अपने भक्तों से मिलने आते हैं। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, छिपकली को भगवान का दूत माना गया है।
मान्यता यह है कि कुछ घरों में यह विश्वास भी किया जाता है कि छिपकली के रूप में उनके पूर्वज उनके घर में रहते हैं। कुछ लोगों का कहना है कि घर में छिपकली रहने से जीवन में आने वाले अच्छे समय और बुरे दिनों का संकेत मिल जाता है। कहा जाता है कि अलग-अलग जगहों पर छिपकली का गिरना और आवाज निकालना कई तरह के शुभ-अशुभ का संकेत देते हैं।
यहां तक कि कई मंदिरों में छिपकली की पूजा भी की जाती है। तमिलनाडु में तिरुचिरापल्ली से 12 किमी की दूरी पर स्थित श्री रंगम रंगनाथ स्वामी मंदिर दीवारों में छिपकली का चित्र भी बनाया गया है। ऐसी मान्यता है कि जो भी श्रद्धालु इस मंदिर में इन छिपकलियों के दर्शन करता है, उसे भगवान के दर्शन से दोगुना फल मिलता है। ऐसे में कभी भी छिपकली को नहीं मारना चाहिए।
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Disclaimer: इस स्टोरी में दी गई सूचनाएं सामान्य मान्यताओं पर आधारित हैं। Haribhoomi.com इनकी पुष्टि नहीं करता है। इन तथ्यों को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से संपर्क करें।
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