Lunar Eclipse 2020: साल का तीसरा चंद्रहण कब लगेगा, जानिए ग्रहण के दौरान क्या करें क्या न करें

Lunar Eclipse 2020: साल का तीसरा चंद्रहण कब लगेगा, जानिए ग्रहण के दौरान क्या करें क्या न करें
X
Lunar Eclipse 2020: साल 2020 का तीसरा चंद्रग्रहण 5 जून को लगने जा रहा है। 10 जनवरी को साल का पहला चंद्रग्रहण लगा था। 5 जुलाई के चंद्रग्रण ठीक एक महीने पहले 5 जून को साल 2020 का सूर्यग्रहण लगा था, वहीं ठीक 15 दिन पहले 21 जून को सुर्यग्रहण लगा है।

Lunar Eclipse 2020: साल 2020 का तीसरा चंद्रग्रहण 5 जून को लगने जा रहा है। 10 जनवरी को साल का पहला चंद्रग्रहण लगा था। 5 जुलाई के चंद्रग्रण ठीक एक महीने पहले 5 जून को साल 2020 का सूर्यग्रहण लगा था, वहीं ठीक 15 दिन पहले 21 जून को सुर्यग्रहण लगा है। वैज्ञानिक दृष्टि से से देखें तो चंद्रग्रहण अद्भुद खगोलिय घटना है। जब पृथ्वी सूर्य और चंद्रमा के मध्य आ जाती है तब चंद्रग्रण लगता है। 5 जुलाई को लगने वाला चंद्रगहण माघ यानि उपछाया चंद्रगहण के रुप में दिखाई देगा। उपछाया चंद्रग्रहण में चंद्रमा पृथ्वी की पेनूब्रा से होकर गुजरता है। इस समय पर चंद्रमा पर पढ़ने वाले सूर्य की रोशनी धुधली सी दिखाई देती है। साल का तीसरा चंद्रगहण आषाढ़ मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा को लगने वाला है। यह चंद्रगहण भारतीय समय के अनुसार 5 जुलाई 2020 को दिन में 8 बजकर 36 मिनट से लेकर 11 बजकर 22 मिनट तक चलेगा। इस ग्रहण की कुल अवधि लगभग 3 घंटा 26 मिनट की होगी। यह चंद्रग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा। यह चंद्रग्रहण ऑस्ट्रेलिया, ईरान, ईराक, रूष, चीन मंगोलिया तथा भारते के पड़ोसी देशों को छोड़कर संपूर्ण विश्व में दिखाई देगा।

चंद्रग्रहण के समय क्या करें क्या न करें।

शास्त्रों के अनुसार ग्रहण के दौरान भगवान की मूर्ति को स्पर्श नहीं करना चाहिए। ग्रहण के दौरान मन में भगवान का ध्यान करना चाहिए। ध्यान रखें की भगवान को भी ग्रहण के दर्शन न हों, क्योंकि हमें ग्रहण के दौरान मंदिर के कपाट बंद कर देने चाहिए। ग्रहण खत्म होने तक कुछ भी खाना पीना नहीं चाहिए। साथ ही कोई अनजान व्यक्ति कोई खाने पीने को दे तो ग्रहण के दौरान नहीं खाना चाहिए। ऐसा कुछ लोग मानते हैं कि कई लोग ग्रहण के दौरान टौना टोटका करते हैं।

ग्रहण के दौरान मास मदिरा और शराब का भी सेवन नहीं करना चाहिए। चंद्रग्रहण में गर्भवी महिलाओं को ग्रहण की छाया से दूर रहना चाहिए, क्योंकि ग्रहण की छाया का कुप्रभाव गर्भ में पल रहे शिशु पर पड़ सकता है। जो बच्चे की सेहत के लिए नुकसानदायक हो सकता है। ग्रहण काल में गर्भवती महिला एक नारियल हमेशा अपने पास रखें। ग्रहण के दौरान नकारात्मक शक्तियां बहुत हावी रहती है। यह शक्तियां किसी को भी नुकसान पहुंचा सकती है। ग्रहण के समय किसी सूनसान जगह पर जाने से बचना चाहिए और साथ ही ग्रहण के समय कोई भी नया कार्य शुरू नहीं करना चाहिए। ग्रहण के दौरान बादविवाद या लड़ाई नहीं करनी चाहिए। ग्रहण समाप्त होने के बाद स्नान करके दान दक्षिणा अवश्य करें।

Tags

Next Story