Magh purnima 2022: माघ पूर्णिमा आज, जानें चंद्रोदय टाइम और व्रत पूजा विधि

Magh purnima 2022: माघ माह के अंतिम दिन की तिथि को माघी पूर्णिमा कहा जाता है। इस दिन चंद्रदेव की पूजा के साथ ही भगवान विष्णु की भी पूजा की जाती है। माघ माह की पूर्णिमा पर चंद्रमा मघा नक्षत्र और सिंह राशि में स्थित होते हैं। मघा नक्षत्र होने पर इस तिथि को माघ पूर्णिमा के नाम से जाना जाता है। माघी पूर्णिमा पर किए गए दान का 32 गुना फल प्राप्त होता है। इसीलिए इसे बत्तीसी पूर्णिमा के नाम से भी जाना जाता है। तो आइए जानते हैं माघ पूर्णिमा साल 2022 में कब है 15 या 16 फरवरी को, पूर्णिमा की तिथि क्या रहेगी। चंद्रोदय का समय क्या रहेगा और क्या है माघ पूर्णिमा व्रत की विधि।
पूर्णिमा के दिन व्रती को प्रात:काल उठकर स्नान आदि से निवृत्त हो जाना चाहिए। उसके बाद स्वच्छ सफेद वस्त्र धारण करें। इसके बाद हाथ में जल लेकर पूर्णिमा व्रत एवं चंद्रमा की पूजा का संकल्प लें। इसके बाद अपने पितृों का स्मरण करें। फिर पूजास्थान पर भगवान विष्णु की मूर्ति या तस्वीर को स्थापित करें। यदि भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी के एक साथ वाली तस्वीर हो तो बहुत ही अच्छा है। इसके बाद आप विधि पूर्वक ऊँ नमो भगवते वासुदेवाय नम: मंत्र का उच्चारण करते हुए श्रीहरि को फूल-माला, चंदन, अक्षत, तुलसी, पंचामृत, फल और मिष्ठान आदि अर्पित करें।
इसके बाद माता लक्ष्मी को भी लाल फूल, सफेद मिठाई, फल, धूप, दीप आदि अर्पित करें। इसके बाद आप सत्यनारायण भगवान की कथा को पढ़ें या सुनें। हवन सामग्री हो तो आप हवन भी कर सकते हैं। इसके बाद अंत में आप आरती करें। दिन में फलाहार करें और रात में चंद्रमा की पूजा करने के बाद चंद्रमा को जल अर्पित करें, फिर इसके बाद व्रत का पारण करें।
माघ पूर्णिमा 2022 शुभ मुहूर्त
माघ पूर्णिमा 2022 | 16 फरवरी, दिन बुधवार |
पूर्णिमा तिथि प्रारंभ | 09:42 PM, 15 फरवरी |
पूर्णिमा तिथि समाप्त | 10:25 PM, 16 फरवरी |
चंद्रोदय का समय | 16 फरवरी, बुधवार 05:54 PM |
(Disclaimer: इस स्टोरी में दी गई सूचनाएं सामान्य मान्यताओं पर आधारित हैं। Haribhoomi.com इनकी पुष्टि नहीं करता है। इन तथ्यों को अमल में लाने से पहले संबधित विशेषज्ञ से संपर्क करें)
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