पितृों के निमित्त भोजन में बनाए ये चीज, आप भी जानें

पितृों के निमित्त भोजन में बनाए ये चीज, आप भी जानें
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पितृ पक्ष में पितृों की प्रसन्नता के लिए श्राद्ध कर्मों का विधान बताया गया है। और श्राद्ध कर्मों के साथ-साथ पितृों को प्रिय लगने वाली वस्तुएं भोजन इत्यादि का विधान भी शास्त्रों में बताया गया है। पितृों को प्रसन्न करने के लिए पितृों की पसंद का भोजन बनाने से पितृ प्रसन्न होते हैं। तो आइए आप भी जानें पितृों को प्रसन्न करने के लिए क्या-क्या वस्तुएं बनानी चाहिए।

पितृ पक्ष में पितृों की प्रसन्नता के लिए श्राद्ध कर्मों का विधान बताया गया है। और श्राद्ध कर्मों के साथ-साथ पितृों को प्रिय लगने वाली वस्तुएं भोजन इत्यादि का विधान भी शास्त्रों में बताया गया है। पितृों को प्रसन्न करने के लिए पितृों की पसंद का भोजन बनाने से पितृ प्रसन्न होते हैं। तो आइए आप भी जानें पितृों को प्रसन्न करने के लिए क्या-क्या वस्तुएं बनानी चाहिए।

1. खीर

खीर पितृों की बहुत प्रिय वस्तु है। पितृों को भोग लगाने के लिए खीर आप चावल की बना सकते हैं। खीर आप कद्दू की बना सकते हैं, और खीर आप साबुदाने की भी बना सकते हैं। खीर आप राजगरे की भी बना सकते हैं। या अन्य भी मेवा-मिष्ठान आदि की खीर भी बना सकते हैं। पितृ पक्ष में आप किसी भी प्रकार की खीर बनाकर पितृों को भोग लगाएं। क्योंकि कई जगह पर खीर में चावल का प्रयोग नहीं किया जाता है। इसलिए अन्य वस्तुओं के द्वारा भी खीर बना सकते हैं।

2. कद्दू की सब्जी

कद्दू की सब्जी जिसे काशीफल भी कहा जाता है। कद्दू की सब्जी पितृ देवताओं के लिए सर्वधिक प्रिय होती है। इसलिए काशीफल की सब्जी भी पितृ देवताओं के भोग के लिए बनानी चाहिए।

3.पूरी

खीर और कद्दू की सब्जी के बाद आपको पितृ देवताओं को तृप्त करने के लिए पूरी भी भोजन में बनानी चाहिए। और पितृ देवताओं और ब्राह्मण का भोग लगाना चाहिए। भोजन में आप पूरी के अलावा कचौड़ी और दही बड़े भी बना सकते हैं।

4.इमरती

आप पितृों के भोजन के लिए उड़द की दाल से बनी इमरती भी पितृों के भोग के लिए बना सकते हैं। और अन्य मेवा मिष्ठान का भी आप भोग अपने पितृों को लगा सकते हैं। जो अपनी श्रद्धा और सामर्थ्य से आप पितृों के निमित्त बनाना चाहें, उनकों प्रिय लगने वाली वस्तुओं को आप श्राद्ध पक्ष में बना सकते हैं।

5. रायता

आप अपने पितृ देवताओं को प्रसन्न करने के लिए गाय के दूध से बनी दही का रायता भी बनाकर उनका भोग लगा सकते हैं। आपको केवल शुद्ध और सात्विक भोजन तैयार करके ही अपने पितृों का भोग लगाना चाहिए। पितृों के निमित्त बनाए गए भोजन में आपको मिर्च-मशाले आदि तेज मात्रा में प्रयोग नहीं करना चाहिए। आप पितृों के भोजन में सामान्य रूप से ही मिर्च-मशाले आदि का प्रयोग कर सकते हैं।

6. उड़द की दाल के बड़े

उड़द की दाल के बड़े को भजिया भी कहा जाता है। और आप अपने पितृों को प्रसन्न करने के लिए इन्हें बना सकते हैं।

प्याज-लहसून का प्रयोग पितृ पक्ष में बिलकुल नहीं करना चाहिए। यदि आप पितृ पक्ष में पितृों के निमित्त बनाए गए भोजन में प्याज-लहसून का प्रयोग करते हैं, और लहसून-प्याज से बने भोजन का अपने पितृों को भोग लगाएंगे तो पितृ आपके द्वारा लगाए गए भोजन को ग्रहण नहीं करेंगे। इसके साथ ही पितृ पक्ष में किसी भी प्रकार से मांस एवं मांसाहारी भोजन को ग्रहण नहीं करना चाहिए। और साथ ही पितृ पक्ष में मदिरा का प्रयोग भी नहीं करना चाहिए। और रसोईघर को पूर्णरूपेण साफ-सुथरा करके ही भोजन पितृों के निमित्त बनाना चाहिए। साथ ही जब आप पितृों के निमित्त भोजन तैयार कर रहे हो तो उस भोजन को जब तक पितृों का भोग और आपके घर ब्राह्मण भोजन ना ग्रहण कर लें तब तक आप चखें नहीं।

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