Magh Gupt Navratri 2023 : माघ गुप्त नवरात्रि कब से हैं, जानें घटस्थापना का शुभ मुहूर्त और महत्व

Magh Gupt Navratri 2023 : माघ गुप्त नवरात्रि कब से हैं, जानें घटस्थापना का शुभ मुहूर्त और महत्व
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Magh Gupt Navratri 2023 : साल 2023 में इस बार माघ गुप्त नवरात्रि (Magh Gupt Navratri) कब से प्रारंभ हो रही हैं और ये गुप्त नवरात्रि कब तक रहेंगी। जानें माघ गुप्त नवरात्रि के बारे में संपूर्ण जानकारी।

Magh Gupt Navratri 2023 : साल 2023 में माघ गुप्त नवरात्रि 22 जनवरी 2023, दिन रविवार से प्रारंभ हो रही हैं। साथ ही 29 जनवरी को मां कमला की पूजा के साथ ही माघ गुप्त नवरात्रि का समापन हो जाएगा। वहीं 22 जनवरी 2023, दिन रविवार को गुप्त नवरात्रि के प्रथम दिन शुभ मुहूर्त में घटस्थापना की जाएगी। इसके बाद प्रतिदिन गुप्त नवरात्रि की विधिवत पूजा की जाएगी। वहीं माघ गुप्त नवरात्रि के दौरान मां भगवती दुर्गा की दस महाविद्याओं की पूजा की जाती है। मां भगवती दुर्गा की काली, तारा, षोडशी त्रिपुरसुन्दरी, भुवनेश्वरी, छिन्नमस्ता, भैरवी, धूमावती, बगला, मातंगी, कमला समेत ये सभी दस महाविद्याएं हैं। इनमें मां काली को प्रथम महाविद्या के रूप में जाना जाता है। मां भगवती ने राक्षसों का संहार करने के लिए मां काली के स्वरुप को धारण किया था।

माघ गुप्त नवरात्रि शुभ मुहूर्त 2023 (Magh Gupt Navratri Shubh Muhurat 2023)

माघ गुप्त नवरात्रि प्रारंभ

22 जनवरी 2023, दिन रविवार

माघ गुप्त नवरात्रि संपन्न

29 जनवरी 2023, दिन रविवार

कलश स्थापना का शुभ मुहूर्त

सुबह 08:34 से लेकर 09:59 तक

अभिजीत मुहूर्त

दोपहर 12:13 से लेकर दोपहर 12:59 तक

नवरात्रि के दौरान घटस्थापना का विशेष महत्व होता है। शुभ मुहूर्त में विधि विधान से घटस्थाना करने पर देवी मां का आशीर्वाद मिलता है और सभी मनोरथ पूर्ण होते हैं। वहीं हिन्दू सनातन धर्म में सभी शुभ कार्यों को प्रारंभ करने से पहले घटस्थाना कर देवी-देवताओं का आह्वान किया जाता है। ऐसा करने के बाद ही कोई भी शुभ और मांगलिक कार्य संपन्न किया जाता है।

वहीं गुप्त नवरात्रि के दौरान भगवती दुर्गा की सभी दा महाविद्याओं की गुप्त रुप से पूजा की जाती है और तांत्रिक लोग इस साधना को करते हैं। जिसके द्वारा ये लोग तांत्रिक शक्तियों को सिद्ध कर लेते हैं। वहीं इस दौरान गृहस्थी लोग सामान्य रुप से ही पूजा-व्रत और अनुष्ठान आदि करते हैंं। आध्यात्मिक साधना के इस पर्व में शक्ति की उपासना करना बहुत ही शुभ फलदायी होता है।

(Disclaimer: इस स्टोरी में दी गई सूचनाएं सामान्य मान्यताओं पर आधारित हैं। Haribhoomi.com इनकी पुष्टि नहीं करता है। इन तथ्यों को अमल में लाने से पहले संबधित विशेषज्ञ से संपर्क करें।)

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