Magha Gupt Navratri 2022: गुप्त नवरात्रि में विशेष मंत्र का जाप करने से शत्रु भी मित्र बन जाते हैं, जानें धन प्राप्ति, रोग नाश समेत कई परेशानियां दूर करने के मंत्र और उपाय

Magha Gupt Navratri 2022:  गुप्त नवरात्रि में विशेष मंत्र का जाप करने से शत्रु भी मित्र बन जाते हैं, जानें धन प्राप्ति, रोग नाश समेत कई परेशानियां दूर करने के मंत्र और उपाय
X
Magha Gupt Navratri 2022: माघ मास में शुक्ल पक्ष की प्रथम नौ तिथियां गुप्त नवरात्रि की तिथि होती हैं। वहीं माघ गुप्त नवरात्रि की शुरुआत आज 02 फरवरी से हो चुकी है। हिन्दू सनातन धर्म में एक वर्ष में कुल चार नवरात्रियां आती हैं , जिनमे से सामान्यतः दो नवरात्रियो के बारे में तो सभी लोग जानते हैं ,परन्तु शेष दो गुप्त नवरात्रियां होती हैं। वहीं गुप्त नवरात्रि के दौरान मां दुर्गा की महाविद्याओं की पूजा की जाती है और अनेक प्रकार के उपाय किए जाते हैं।

Magha Gupt Navratri 2022: माघ मास में शुक्ल पक्ष की प्रथम नौ तिथियां गुप्त नवरात्रि की तिथि होती हैं। वहीं माघ गुप्त नवरात्रि की शुरुआत आज 02 फरवरी से हो चुकी है। हिन्दू सनातन धर्म में एक वर्ष में कुल चार नवरात्रियां आती हैं , जिनमे से सामान्यतः दो नवरात्रियो के बारे में तो सभी लोग जानते हैं ,परन्तु शेष दो गुप्त नवरात्रियां होती हैं। वहीं गुप्त नवरात्रि के दौरान मां दुर्गा की महाविद्याओं की पूजा की जाती है और अनेक प्रकार के उपाय किए जाते हैं। तो आइए जानते हैं गुप्त नवरात्रि में किए जानें वाले कुछ ऐसे उपाय जिनसे आपको विशेष लाभ प्राप्त हो सकता है। शत्रु आपके मित्र बन सकते हैं, आपको कष्ट और दुखों से निजात मिल सकती है, धन की प्राप्ति हो सकती है और विद्या अध्ययन के क्षेत्र में आपको सफलता प्राप्त हो सकती है।

ये भी पढ़ें: Magha Gupt Navratri 2022: गुप्त नवरात्रि में 19 साल बाद बन रहा ये योग , जानें पूजा, दान-पुण्य और खरीद-फरोख्त विशेष फलदायी व समृद्धिकारक रहने का विशेष कारण

शत्रु को मित्र बनाने का मंत्र और उपाय

नवरात्रि में शुभ संकल्पों को पोषित करने, रक्षित करने, मनोवांछित सिद्धियां प्राप्त करने के लिए और शत्रुओं को मित्र बनाने वाले मंत्र की सिद्धि का योग होता है। इसीलिए नवरात्रि में स्नानादि से निवृत्त हो तिलक लगाकर एवं दीपक जलाकर मां भगवती के बीज मंत्र का इक्कीस माला जप करें एवं 'श्री गुरुगीता' का पाठ करें तो शत्रु भी उसके मित्र बन जाएंगे।

माताओं बहनों के विशेष कष्ट निवारण का मंत्र और उपाय

उज्जैन स्थित अवंतिका तीर्थ के पुरोहित पंडित शिवम जोशी की मानें तो जिन माताओं बहनों को दुःख और कष्ट ज्यादा सताते हैं, वे महिलाएं नवरात्रि के प्रथम दिन (देवी-स्थापना के दिन) दीया जलायें और कुमकुम से अशोक वृक्ष की पूजा करें ,पूजा करते समय मंत्र का जाप करें।

मंत्र

"अशोक शोक शमनो भव सर्वत्र नः कुले "

भविष्योत्तर पुराण के अनुसार नवरात्रि के प्रथम दिन इस तरह पूजा करने से माताओ बहनों के कष्टों का जल्दी निवारण होता है।

माताओं बहनों के लिए विशेष कष्ट निवारण हेतु माघ मास शुक्ल पक्ष तृतीया के दिन में सिर्फ बिना नमक मिर्च का भोजन करें। तथा मंत्र का जाप करें।

मंत्र

" ॐ ह्रीं गौरये नमः "

मंत्र का जप करते हुए उत्तर दिशा की ओर मुख करके स्वयं को कुमकुम का तिलक करें।

महिलाएं गुप्त नवरात्रि के दौरान गाय को चन्दन का तिलक करके गुड़ ओर रोटी खिलाएं।

धन की प्राप्ति का मंत्र और उपाय

नवरात्रि में देवी के विशेष मंत्र का जप करने से धन की प्राप्ति होती है।

मंत्र

"ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं ऐं कमल-वासिन्ये स्वाह् "

विद्यार्थियों के लिए मंत्र और उपाय

प्रथम नवरात्रि के दिन विद्यार्थी अपनी पुस्तकों को ईशान कोण में रख कर पूजन करें और नवरात्रि के तीसरे तीन दिन विद्यार्थी सारस्वत्य मंत्र का जप करें। इससे उन्हें विद्या प्राप्ति में अपार सफलता मिलती है। बुद्धि व ज्ञान का विकास करना हो तो सूर्यदेवता का भ्रूमध्य में ध्यान करें । जिनको गुरुमंत्र मिला है वे गुरुमंत्र का, गुरुदेव का, सूर्यनारायण का ध्यान करें। तथा उनके मंत्र की एक-दो माला नवरात्रि में अवश्य करें और लाभ लें।

(Disclaimer: इस स्टोरी में दी गई सूचनाएं सामान्य मान्यताओं पर आधारित हैं। Haribhoomi.com इनकी पुष्टि नहीं करता है। इन तथ्यों को अमल में लाने से पहले संबधित विशेषज्ञ से संपर्क करें)

Tags

Next Story