Maha Shivratri 2022: महाशिवरात्रि व्रत का ये महिलाएं ना लें भूल से भी संकल्प, वरना लगता है बहुत बड़ा पाप

Maha Shivratri 2022: महाशिवरात्रि व्रत का ये महिलाएं ना लें भूल से भी संकल्प, वरना लगता है बहुत बड़ा पाप
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Maha Shivratri 2022: फाल्गुन मास के प्रारंभ होते ही शिवभक्तों में उत्साह और उमंग हिलोरें मारने लगता है और शिवभक्त कांवड लेने के लिए शुभ मुहूर्त में अपने घरों से निकल पड़ते हैं। तथा महाशिवरात्रि के दिन भगवान शिव का जलाभिषेक करते हैं। वहीं शिवभक्त महाशिवरात्रि पर व्रत रखकर अपने आराध्य महादेव को प्रसन्न करने के लिए पूजन आदि करते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि, किन महिलाओं को महाशिवरात्रि का व्रत नहीं रखना चाहिए। तो आइए जान लें इन महिलाओं के बारे में जिन्हें महाशिवरात्रि का व्रत भूलकर भी नहीं रखना चाहिए।

Maha Shivratri 2022: फाल्गुन मास के प्रारंभ होते ही शिवभक्तों में उत्साह और उमंग हिलोरें मारने लगता है और शिवभक्त कांवड लेने के लिए शुभ मुहूर्त में अपने घरों से निकल पड़ते हैं। तथा महाशिवरात्रि के दिन भगवान शिव का जलाभिषेक करते हैं। वहीं शिवभक्त महाशिवरात्रि पर व्रत रखकर अपने आराध्य महादेव को प्रसन्न करने के लिए पूजन आदि करते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि, किन महिलाओं को महाशिवरात्रि का व्रत नहीं रखना चाहिए। तो आइए जान लें इन महिलाओं के बारे में जिन्हें महाशिवरात्रि का व्रत भूलकर भी नहीं रखना चाहिए।

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कुंवारी कन्या

धर्मशास्त्रों के मुताबिक, कुंवारी कन्याओं को महाशिवरात्रि व्रत नहीं करना चाहिए। केवल वहीं कुंवारी कन्याएं महादेव का व्रत कर सकती हैं जोकि विवाह के लिए उत्तम और सुयोग्य वर की तलाश में हैं। जिन कन्याओं को वैवाहिक जीवन की लालसा नहीं है अथवा वे विवाह नहीं करना चाहती है तो उन्हें महाशिवरात्रि का व्रत भूलकर भी नहीं करना चाहिए। अन्यथा महादेव आपसे रुठ सकते हैं।

गलत विचारों वाली महिलाएं

जो महिलाएं अपने मन में गलत विचार रखती हों अथवा पर पुरुषों के प्रति अपना प्रेम संबंध बनाने में निपुण हों, ऐसी महिलाओं को तो भूल से भी महादेव का आह्वान कभी नहीं करना चाहिए और ना ही उन महिलाओं को महादेव का कोई भी व्रत करना चाहिए।

तलाकशुदा महिला

महाशिवरात्रि का पर्व शिव और शक्ति के मिलन का पर्व है। इसीलिए जिन महिलाओं का अपने पति के साथ संबंध विच्छेद हो गया हो अथवा मामला कोर्ट में विचाराधीन हो, ऐसी महिलाओं को भी महाशिवरात्रि का व्रत बिलकुल भी नहीं करना चाहिए। क्योंकि अगर पति-पत्नी महाशिवरात्रि का व्रत साथ मिलकर करते हैं तो इस व्रत का फल कई गुना अधिक हो जाता है और आपको महादेव के साथ में माता पार्वती का भी आशीर्वाद मिल जाता है।

(Disclaimer: इस स्टोरी में दी गई सूचनाएं सामान्य मान्यताओं पर आधारित हैं। Haribhoomi।com इनकी पुष्टि नहीं करता है। इन तथ्यों को अमल में लाने से पहले संबधित विशेषज्ञ से संपर्क करें)

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