महालक्ष्मी की कृपा प्राप्ति के टोटके, आप भी जानें

महालक्ष्मी की कृपा प्राप्ति के टोटके, आप भी जानें
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यदि किसी व्यक्ति के परिवार में सदैव क्लेश की स्थिति हो और परिजन आपस में लड़ाई-झगड़ा करते रहते हैं। और आपके पास धन नहीं टिकता हो या बीमारियों से आपका घर कभी खाली नहीं रहता है, बीमारियां आपके घर में डेरा जमाएं रहती हैं तो आपके परिवार को सबसे अधिक जरुरत है देवी लक्ष्मी के आशीर्वाद और उनकी कृपा प्राप्त करने की। और यदि आप चाहते है कि महा लक्ष्मी की कृपा आप पर बनी रहे, आपके परिवार के लोगों पर माता लक्ष्मी की कृपा बनी रहे तो इसके लिए आप माता लक्ष्मी को प्रसन्न उपाय कर सकते हैं। तो आइए आप भी जाने माता लक्ष्मी की कृपा पाने के उपाय के बारे में जरुरी बातें।

यदि किसी व्यक्ति के परिवार में सदैव क्लेश की स्थिति हो और परिजन आपस में लड़ाई-झगड़ा करते रहते हैं। और आपके पास धन नहीं टिकता हो या बीमारियों से आपका घर कभी खाली नहीं रहता है, बीमारियां आपके घर में डेरा जमाएं रहती हैं तो आपके परिवार को सबसे अधिक जरुरत है देवी लक्ष्मी के आशीर्वाद और उनकी कृपा प्राप्त करने की। और यदि आप चाहते है कि महा लक्ष्मी की कृपा आप पर बनी रहे, आपके परिवार के लोगों पर माता लक्ष्मी की कृपा बनी रहे तो इसके लिए आप माता लक्ष्मी को प्रसन्न उपाय कर सकते हैं। तो आइए आप भी जाने माता लक्ष्मी की कृपा पाने के उपाय के बारे में जरुरी बातें।


1. पीपल के वृक्ष को कुमकुम और चावल आदि चढ़ा करके आप प्रार्थना करें। और प्रार्थना में कहें कि मैं आपसे प्रार्थना करता हूं कि आप मेरी समस्या का समाधान करें। इसके बाद दूध मिश्रित जल पीपल पर चढ़ाएं। और पीपल को प्रणाम करके अपने घर वापस आ जाएं। इस उपाय को 45 दिन तक लगातार करें। इस उपाय का प्रारंभ शनिवार या सोमवार से कर सकते हैं। और अपने दुखों का अंत करें।

2. प्रत्येक शनिवार को पीपल के वृक्ष पर काले तिल मिलाकर जल चढ़ाएं। और अपनी समस्याएं पीपल के वृक्ष से कहें। धन से जुड़ी हुई आपकी समस्याएं 45 से 90 दिन के अंदर समाप्त हो जाएंगी।


3. मंगलवार और शनिवार को हनुमान जी के मंदिर जाएं। और मंदिर में हनुमान जी से अपने दुख और दरिद्रता के निवारण की प्रार्थना करें। तत्पश्चात हनुमान जी के मंदिर में एक भारी पत्थर रख करके चले आएं। आपकी समस्या का निदान हो जाने पर आप उस पत्थर के वजन के बराबर प्रसाद का हनुमान जी को भोग लगाने के बाद प्रसाद का वितरण कर दें। और नियमित रूप से हनुमान जी के मंदिर आकर दर्शन करते रहें।


4. अपनी समस्याओं को भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की प्रतिमा के समक्ष कहें। और केशर का दान किसी ब्राह्मण को करें। और समस्या का समाधान होने पर यथाशक्ति प्रसाद चढ़ाकर उस प्रसाद का लोगों में वितरण करें।

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