Maha shivratri 2023: महाशिवरत्रि को भूलकर भी न चढ़ाए शिवलिंग पर ये 5 चीजें, वरना भोले हो जाएंगे रुष्ट

Maha shivratri 2023: इस साल महाशिवरात्रि का महापर्व 18 फरवरी 2023 को मनाया जाएगा। यह महापर्व हिंदू धर्म के लिए बेहद ही खास माना जाता है। इस दिन महादेव की पूजा-अर्चना करने से उनकी कृपा मिलती है। इस दिन जो भी व्रत रखता है] उस पर महादेव का आशीर्वाद प्राप्त होता है। इस व्रत को करने से शिव भक्तों को सौभाग्य और सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है।
महाशिवरात्रि के दिन भगवान शिव के साथ ही देवी पार्वती की पूजा भी की जाती है, लेकिन क्या आपको पता है कि माता पार्वती और शिव की पूजा में अलग-अलग प्रकार के पूजा-सामग्री की उपयोग किया जाता है। वाराणसी के पंडित अमरेश कुमार पांडेय के अनुसार, महाशिवरात्रि के दिन भगवान शिव और देवी पार्वती की पूजा एक साथ की जाती है। पूजा की कुछ ऐसे सामग्री हैं, जो माता पार्वती के समक्ष अर्पित की जाती हैं, लेकिन भगवान शिव को ये चीजें अर्पित करने पर मनाही है।
शास्त्रों के अनुसार बताया गया है कि महाशिवरात्रि पर शिव जी के पूजा के दौरान पूजा-सामग्री में कुछ ऐसे चीजों को नहीं चढ़ाना चाहिए, जो सामग्री शिव जी को पसंद नहीं हैं। उन्हें इनसे दूर ही रखें, वरना महादेव नराज हो जाते हैं। तो आइए जानते हैं ऐसी कौन सी पूजा-सामग्री की चीजें हैं, जो भगवान शिव पर नहीं चढ़ाया जाता है।
भूलकर भी न चढ़ाएं शिवलिंग पर ये 5 चीजें
1. शिवलिंंग पर शंख से जल न चढ़ाएं
पौराणिक कथा के अनुसार, एक बार महादेव ने शंखचूड़ नाम के राक्षस का वध किया था। इसलिए भगवान शिव जी की पूजा में शंख से जल चढ़ाना वर्जित होता है।
2. शिवलिंग पर हल्दी न चढ़ाएं
भगवान शिव की पूजा के दौरान इस बात का हमेशा ध्यान रखें कि उन्हें भूलकर भी हल्दी नहीं चढ़ाना चाहिए। शास्त्रों में माना गया है कि हल्दी स्त्रियों से संबंधित है और शिवलिंग पुरुष तत्व का प्रतीक माना गया है।
3. सिंदूर, कुमकुम या रोली न चढ़ाएं
पौराणिक मान्यता के अनुसार, शिवलिंग पर कभी भी सिंदूर, कुमकुम और रोली नहीं चढ़ाना चाहिए। भगवान शिव जी को संहार का देवता कहा जाता है और हिंदू धर्म में महिलाएं सिंदूर, कुमकुम को अपने पति की लंबी उम्र के लिए लगाती हैं। इसलिए सिंदूर की बजाए शिवलिंग पर चंदन का तिलक लगाना चाहिए।
4. शिवलिंग पर न चढ़ाएं ये तीन फूल
भगवान महादेव को कभी भी लाल रंग का फूल नहीं चढ़ाना चाहिए। इसके अलावा भी शास्त्रों के अनुसार शिवजी पर कनेर, केतकी या कमल का फूल कभी भी नहीं चढ़ाना चाहिए।
5. शिवलिंग पर न चढ़ाएं तुलसी का पत्ता
शिवलिंग पर तुलसी दल भी नहीं चढ़ानी चाहिए। शिवपुराण के अनुसार, शिवजी ने जालंधर नामक एक असुर का वध किया था। जालंधर की मौत के बाद पत्नी तुलसी ने शिवजी का बहिष्कार कर दिया था। इसलिए किसी भी पूजा में शिवलिंग पर तुलसी का प्रयोग नहीं किया जाता है।
डिस्क्लेमर: इस स्टोरी में दी गई सूचनाएं सामान्य मान्यताओं पर आधारित हैं। Haribhoomi.com इनकी पुष्टि नहीं करता है। इन तथ्यों को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से संपर्क करें।
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