Makar Sankranti 2022: मकर संक्रांति पर बन रहा ग्रहों शुभ योग, जानें इस संयोग की ये विशेष बात

- 14 जनवरी को सूर्य देव अपने पुत्र शनि की राशि में करेंगे प्रवेश
- मकर संक्रांति पर शनि, सूर्य और बुध बना रहे त्रिग्रही योग, जानें
- मकर संक्रांति के दिन शुक्रवार और रोहिणी नक्षत्र का विशेष संयोग बन रहा है।
Makar Sankranti 2022: हिंदू धर्म में मकर संक्रांति पर्व का विशेष महत्व है। जब सूर्य धनु राशि से निकलकर मकर राशि में प्रवेश करते हैं, तब मकर संक्रांति मनाई जाती है। हर साल ये दिन 14 जनवरी को होता है। मकर संक्रांति का पर्व इस बार खास होने वाला है क्योकि इस बार मकर संक्रांति पर तीन खास संयोग बनने वाले हैं। पाल बालाजी ज्योतिष संस्थानके निदेशक ज्योतिषाचार्य डा. अनीष व्यास ने बताया कि मकर संक्रांति के दिन शुक्रवार और रोहिणी नक्षत्र का विशेष संयोग बन रहा है। 14 जनवरी को मकर संक्रांति के दिन शाम 08:18 बजे तक रोहिणी नक्षत्र रहेगा। रोहिणी नक्षत्र को काफी शुभ माना जाता है। इस दौरान स्नान और दान-पुण्य करना शुभ होता है। इसके अलावा मकर संक्रांति के दिन आनंदादि और ब्रह्म योग बनने जा रहा है। सूर्य देव 14 जनवरी 2022 को दोपहर 02:28 मिनट पर अपने पुत्र शनि की स्वामित्व वाली मकर राशि में आ रहे हैं। वहीं शनि देव पहले से ही मकर राशि में है। बुध ने पिछले साल दिसंबर 2021 को मकर राशि में गोचर किया था। ऐसे में एक साथ शनि, बुध और सूर्य का मौजूदगी से मकर राशि में त्रिग्रही योग बन रहा है।
ये भी पढ़ें: Makar Sankranti 2022: जानें, मकर संक्रांति की सही तिथि और सूर्य पूजा विधि
ज्योतिषाचार्य डा. अनीष व्यास ने बताया कि मकर संक्रांति के त्योहार को बड़े ही उत्साह के साथ पूरे देश में अलग-अलग नाम से मनाया जाता है। शास्त्रों के अनुसार जब सूर्य धनु राशि की अपनी यात्रा को समाप्त करते हुए मकर राशि में प्रवेश करते हैं तब मकर संक्रांति का त्योहार मनाया जाता है। इस दिन से सूर्य दक्षिणायन से उत्तरायण में आ जाते हैं।
उत्तरायण को देवता का दिन कहा जाता है। इस बार मकर संक्रांति का त्योहार शुक्रवार 14 जनवरी को मनाया जा रहा है। इस वर्ष मकर संक्रांति पर खास तरह के शुभ संयोग बन रहे हैं। शुभ संयोग होने से मकर संक्रांति पर दान, स्नान और जप करने का महत्व बढ़ जाता है।
मकर संक्रांति के बाद ही सूर्य उत्तरायण हो जाता है। इस वजह से ठंड असर कम होना शुरू हो जाएगा और धीरे-धीरे गर्मी बढ़ने लगेगी। मकर संक्रांति पर तिल और गुड़ का सेवन खासतौर पर किया जाता है। मान्यता है कि मकर संक्रांति पर की गई सूर्य पूजा अक्षय पुण्य के साथ ही स्वास्थ्य लाभ भी मिलते हैं।
मकर संक्रांति पर किसी पवित्र नदी में स्नान करने का विशेष महत्व है। नदी में स्नान करने के बाद सूर्य को अर्घ्य अर्पित करना चाहिए। नदी किनारे ही जरूरतमंद लोगों को धन, अनाज और तिल-गुड़ का दान करें। किसी गौशाला में हरी घास और गायों की देखभाल के लिए धन का दान करें। अभी ठंड का समय है तो जरूरतमंद लोगों को ऊनी वस्त्र या कंबल का दान जरूर करें।
(Disclaimer: इस स्टोरी में दी गई सूचनाएं सामान्य मान्यताओं पर आधारित हैं। Haribhoomi.com इनकी पुष्टि नहीं करता है। इन तथ्यों को अमल में लाने से पहले संबधित विशेषज्ञ से संपर्क करें)
© Copyright 2025 : Haribhoomi All Rights Reserved. Powered by BLINK CMS
-
Home
-
Menu
© Copyright 2025: Haribhoomi All Rights Reserved. Powered by BLINK CMS