Malmas 2023: मलमास में भूलकर भी न करें ये 4 गलतियां, भगवान विष्णु हो सकते हैं नाराज

Malmas 2023: मलमास में भूलकर भी न करें ये 4 गलतियां, भगवान विष्णु हो सकते हैं नाराज
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Malmas 2023: सनातन धर्म में मलमास का काफी महत्व होता है। 18 जुलाई यानि मंगलवार से इस साल का मलमास शुरू हो रहा है। ज्योतिष शास्त्र (Astrology) में मलमास के समय तुलसी से जुड़ी 4 गलतियों के बारे में बताया गया है। आइए, जानते हैं तुलसी से जुड़ी कौन हैं वो चार गलतियां...

Malmas 2023: सनातन धर्म में मलमास का बहुत अधिक महत्व होता है। 18 जुलाई 2023 यानि मंगलावर से इस साल मलमास की शुरूआत हो रही है। मलमास को पुरूषोत्तम मास या फिर अधिक मास के नाम से भी जाना जाता है। इस महीने में कुछ चीजों का विशेष रूप से ध्यान रखा जाता है। मलमास के समय कोई भी मांगलिक कार्य नहीं किया जाता है। इस समय भगवान विष्णु की पूजा-अर्चना का विशेष महत्व है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, मलमास के समय तुलसी से जुड़ी 4 गललियों के बारे में बताया गया है। आइए इस खबर में जानते हैं कि तुलसी से जुड़ी हुई वो चार गलतियां कौन-कौन सी है।

इन पांच गलतियों को हमेशा रखें ध्यान

शाम के समय तुलसी को न करें स्पर्श

हिन्दू पंचांग के अनुसार, मलमास के महीने में शाम के समय तुलसी को स्पर्श नहीं करना चाहिए। आप अगर तुलसी की पूजा करते हैं तो उसे बिल्कुल स्पर्श नहीं करना चाहिए। ऐसा करने से धन की देवी मां लक्ष्मी नाराज हो सकती है।

तुलसी के पत्ते को तोड़ते समय रखें खास ध्यान

पंचांग के अनुसार, अगर आप तुलसी के पत्ते तोड़ते हैं तो अपने नाखून के सहारे बिल्कुल नहीं तोड़ना चाहिए। दरअसल, तुलसी के पत्ते तोड़ते समय हमेशा अपनी रिंग फिंगर और अंगूठे का ही सहारा लेनी चाहिए।

तुलसी की करें परिक्रमा

धार्मिक शास्त्रों के अनुसार, तुलसी की पूजा करने के बाद कम से कम भक्तों को तीन बार उसकी परिक्रमा जरूर करनी चाहिए। सामान्यत: लोग तुलसी की पूजा के बाद परिक्रमा नहीं करते हैं। बता दें कि इस परिक्रमा का अपना एक अलग ही महत्व हाेता है।

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इस दिन न चढ़ाएं जल

मलमास में भगवान विष्णु की पूजा-अर्चना करने से साधक को विशेष फल की प्राप्ति होती है। ऐसी मान्यता है कि रविवार और एकादशी के दिन तुलसी को जल नहीं चढ़ाना चाहिए, क्योंकि उस दिन मां तुलसी भगवान विष्णु के निमित्त निर्जला उपवास रखती हैं।

Disclaimer: इस स्टोरी में दी गई सूचनाएं सामान्य मान्यताओं पर आधारित हैं। Haribhoomi.com इनकी पुष्टि नहीं करता है। इन तथ्यों को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से संपर्क करें।

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