Nag Panchami 2020 Calendar / नागपंचमी 2020 का कैलेंडर

Nag Panchami 2020 Calendar : नागपंचमी (Nag Panchami) को नागदेवता की पूजा का विशेष दिन माना जाता है। इस दिन नागदेवता और भगवान शिव की पूजा करने से जीवन के सभी संकट समाप्त होते हैं और उनका आशीर्वाद प्राप्त होता हैं। इस दिन भगवान शिव (Lord Shiva) और नागदेवता की पूजा कुछ विशेष मुहूर्त में करना अत्यंत ही लाभकारी रहता है। जिसके लिए आपको महाशिवरात्रि का कैलेंडर अवश्य ही जान लेना चाहिए तो चलिए जानते हैं महाशिवरात्रि का कैलेंडर।
नागपंचमी कैलेंडर 2020 (Nag Panchami 2020 Calendar)
तिथि | पंचमी |
दिन | शनिवार |
माह | श्रावण मास |
नाग पञ्चमी पूजा मूहूर्त | सुबह 05 बजकर 39 मिनट से सुबह 08 बजकर 22 मिनट तक |
नक्षत्र | उत्तराफाल्गुनी |
योग | शिव |
करण | कौलव |
चंद्रमा | कन्या राशि |
सूर्य राशि | कुम्भ राशि |
अमृत काल मुहूर्त | सुबह 07 बजकर 38 मिनट से सुबह 09 बजकर 07 मिनट तक |
अभिजित मुहूर्त मुहूर्त | दोपहर 12 बजे से दोपहर 12 बजकर 55 मिनट तक |
राहुकाल | सुबह 9 बजकर 3 मिनट से दोपहर 10 बजकर 45 मिनट तक |
सूर्योदय | 05:39 ए एम |
सूर्यास्त | 07:16 पी एम |
जानिए क्यों मनाई जाती है नागपंचमी (Kyu Manayi Jati Hai Nag Panchami)
श्रावण मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि के दिन नागपंचमी का पर्व मनाया जाता है। इस दिन नागदेवता के साथ भगवान शिव की पूजा करना भी शुभ माना जाता है। नागों को हिंदू शास्त्रो में देवता की संज्ञा दी गई है। माना जाता है कि इस दिन नागदेवता की पूजा करने से कालसर्प दोष और सर्प दोष के भय से मुक्ति मिलती है। इतना ही नहीं यदि कोई व्यक्ति इस भगवान शिव और नागदेवदता की पूजा करता है तो उसका सर्पदंश का भय भी समाप्त हो जाता है।
नागपंचमी के दिन सांपो को दूध पिलाने की परंपरा है और साथ ही इस दिन नागदेवता का दूध से अभिषेक भी किया जाता है। इस त्योहार को भारत के अलग- अलग राज्यों में अलग- अलग ढंग से मनाया जाता है। इस दिन कई जगह पर तो मेलों का आयोजन किया जाता है। नागपंचमी के दिन भगवान शिव और नागदेवता के दर्शनों के लिए भक्तों की लंबी- लंबी लाइने सुबह से ही लग जाती हैं।
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