Nag Panchami 2020 In India : नागपंचमी पर इन अधंविश्वासों से रहें दूर, नहीं तो बन जाएगें पाप के भागीदार

Nag Panchami 2020 In India : नागपंचमी 25 जुलाई 2020 (Nag Panchami 25 July 2020) को मनाई जाएगी। इस दिन नागदेवता की पूजा (Nag Devta Worship) करने से जीवन के सभी संकट समाप्त होते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि आप जाने- अनजाने में कुछ ऐसे कार्य कर जाते हैं। जिसकी वजह से आपको पाप का भागीदार बनना पड़ता है। तो चलिए जानते हैं नागपंचमी से पर किन अंधविश्वासों से दूर रहना चाहिए।
नागपंचमी पर फैला अंधविश्वास (Nag Panchami Per Faila Andhvishwas)
नागपंचमी पर नागदेवता की पूजा हल्दी, धूप, दीप व अगरबत्ती से ही करनी चाहिए। सभी देवताओं की पूजा में उन्हें मिठाई का भोग लगाएं और नागदेवता को नारियल अर्पण करना चाहिए। आज के समय में कई लोग इस दिन सर्प दोष और कालसर्प दोष की पूजा करते हैं और नाग की दहनादि क्रिया भी करते हैं। लेकिन आपको इस प्रकार के अंधविश्वास में नहीं आना चाहिए।
कालसर्प दोष की पूजा नागपंचमी के अलावा किसी भी शुभ मुहूर्त में की जा सकती है। इसके अलावा कालसर्प दोष की पूजा सांपो के द्वारा कभी भी नहीं की जाती है। इसलिए आप किसी भी जीवित सांप को इसके लिए प्रताड़ित न करें और न हीं उसका पूजन करें। इसके अलावा आपको सांप की दहन क्रिया भी नहीं करनी चाहिए। यदि आप ऐसा करते हैं तो आप पुण्य की जगह पाप के भागीदार बनेंगे।
ज्योतिष के अनुसार कालसर्प दोष राहु और केतु के मध्य सभी ग्रह आने के कारण बनता है। इसका सांपो से कोई भी लेना देना नहीं होता। राहु को सर्प का मुख और केतु को सर्प की पूंछ माना जाता है। कालसर्प दोष की शांति के लिए राहु केतु की पूजा की जाती है न की किसी सांप इसलिए आपको भी इस प्रकार के अंधविश्वास से बचना चाहिए।
नागपंचमी का धन से संबंध (Nag Panchami Ka Dhan Se Sambandh)
नागपंचमी की पूजा का संबंध से माना जाता है। शास्त्रों के अनुसार नाग देव सदियों से गुप्त धन की रक्षा करते हुए आएं हैं। इसी कारण से ही नागपंचमी पर नाग देवता की पूजा का विधान है। जिससे घर में लक्ष्मी का वास हो और सुख समृद्धि भी आए। इसी कारण से लोग नागपंचमी के दिन व्रत रखकर उनकी विधिवत पूजा करते हैं और उन्हें दूध अर्पण करते हैं।
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