Nag Panchami 2020 in India : नागपंचमी पर इन मंत्रों का करें जाप, कालसर्प दोष से मुक्ति के साथ जीवन में मिलेंगे कई लाभ

Nag Panchami 2020 in India : नागपंचमी पर इन मंत्रों का करें जाप, कालसर्प दोष से मुक्ति के साथ जीवन में मिलेंगे कई लाभ
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Nag Panchami 2020 in India : नागपंचमी (Nag Panchami) पर नागदेवता (Nag Devta) और भगवान शिव की पूजा करने से जीवन के सभी संकटो को दूर किया जा सकता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि आपको नागपंचमी के दिन किन मंत्रों का जाप करना चाहिए। अगर नहीं तो आज हम आपको इसके बारे में बताएंगे तो चलिए जानते हैं नागपंचमी के मंत्र।

Nag Panchami 2020 in India : नागपंचमी की पूजा (Nag Panchami Puja) में मंत्र जाप को अत्यंत ही महत्वपूर्ण बताया गया है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि आपको नागपंचमी के किन मंत्रों का जाप करना चाहिए। जिससे आप भगवान शिव (Lord Shiva) और नागदेवता का आर्शीवाद प्राप्त कर सकें और साथ ही अपने जीवन के सभी सुखों को बढ़ा सकते हैं। तो चलिए जानते हैं नागपंचमी के मंत्र।

नागपंचमी के मंत्र (Nag Panchami Ke Mantra)

1.ॐ भुजंगेशाय विद्महे,

सर्पराजाय धीमहि,

तन्नो नाग: प्रचोदयात्।।

2.सर्वे नागा: प्रीयन्तां मे ये केचित् पृथ्वीतले।

ये च हेलिमरीचिस्था ये न्तरे दिवि संस्थिता:।।

ये नदीषु महानागा ये सरस्वतिगामिन:।

ये च वापीतडागेषु तेषु सर्वेषु वै नम:।।

3.ऊं कुरु कुल्ले फट् स्वाहा

4.ऊं रां राहवे नम:

5.ऊं रां राहवे नम:

6.ऊं नागेंद्रहाराय नम:

7.अनंत, वासुकी, शेषं, पद्मनाभं च कम्वलं

शंखपालं, धृतराष्ट्रकंच, तक्षकं, कालियं तथा

एतानि नवनामानि नागानाम् च महात्मना

सायंकाले पठेन्नित्यम् प्रात:काले विशेषत:

तस्य विषभयं नास्ति, सर्वत्र विजयी भवेत् ।

8.ॐ हौं जूं सः श्रीनागदेवतायेनमोनम:

9.ऊं श्री भीलट देवाय नम:

10.'ऊँ नवकुलाय विदमहे, विषदंताय धीमहि, तन्नो सर्प प्रचोदयात

नागपंचमी पूजा विधि (Nag panchami Puja Vidhi)

1. सबसे पहले सुबह जल्दी उठें इसके बाद नहाधोकर साफ वस्त्र धारण करें। इसके बाद घर के मुख्य द्वार पर सांप का चिन्ह बनाएं।

2.इसके बाद घर की अच्छी तरह से सफाई करें । प्रसाद के लिए सेवई और चावल बनाएं।

3. एक साफ चौकी लेकर नाग देवता की तस्वीर या मूर्ति स्थापित करें। इसके बाद नाग देवता को पंचामृत बनाकर स्नान कराएं।

4. स्नान कराने के बाद चंदन, गंध से युक्त जल अर्पित करें। हरिद्रा, चूर्ण, कुमकुम, सिंदूर, बेलपत्र, आभूषण और पुष्प माला, सौभाग्य, द्रव्य, धूप दीप, नैवेद्य, ऋतु फल, तांबूल चढ़ाने के बाद अंत मे आरती करें।

5. इसके बाद नाग देवता को सेवई का भोग लगांए । अगर संभव हो तो किसी सर्प को नागपंचमी के दिन दूध अवश्य अर्पित करें।

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