Narak Chaturdashi 2020 Mein Kab Hai : नरक चतुर्दशी पर इस विधि से करें पूजा, नहीं रहेगा अकाल मृत्यु और यमराज का डर

Narak Chaturdashi 2020 Mein Kab Hai : दिवाली (Diwali) से एक दिन पहले नरक चतुर्दशी का त्योहार (Narak Chaturdashi Festival) मनाया जाता है। इस दिन दीप दान करना और अभ्यंग स्नान करना अत्यंत महत्वपूर्ण माना जाता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि दिवाली पूजन से पहले नरक चतुर्दशी का पूजन करना बहुत ही महत्वपूर्ण होता है। यदि आप भी नरक चतुर्दशी की पूजा करना चाहते हैं और आप इसकी विधि नहीं जानते तो आज हम आपको इसके बारे में बताएंगे तो चलिए जानते हैं नरक चतुर्दशी की पूजा विधि।
नरक चतुर्दशी पूजा विधि (Narak Chaturdashi Puja Vidhi)
1. नरक चतुर्दशी पर ब्रह्ममुहूर्त में उठकर अपने पूरे शरीर की तिल के तेल से मालिश जरूर करनी चाहिए।
2. तिल के तेल से मालिश करने के बाद औषधिय पौधे को अपने सिर के चारों तरफ तीन बार घूमाना चाहिए। ऐसा करने से सभी प्रकार की नकारात्मकता समाप्त हो जाती है।
3.इसके बाद स्नान करना चाहिए। इस स्नान को अभ्यंग स्नान के नाम से जाना जाता है। जिसे करने से सभी प्रकार के रोग समाप्त हो जाते हैं।
4. सुबह स्नान करने के बाद शाम के समय दुबारा स्नान करके साफ वस्त्र धारण करें।
5.इसके बाद दक्षिण दिशा की और मुख करके खड़ें हो जाएं और दीपक जलाकर यमराज को याद करके अपने पापों से क्षमा याचना करें।
6.यम दीपक जलाने के बाद उसी दिशा में एक दीपक अपने पितरों के नाम से भी जलाएं।
7.इसके बाद भगवान कृष्ण की भी विधिवत पूजा करें । क्योंकि नरक चतुर्दशी को रूप चौदस के नाम से भी जाना जाता है।
8. इसके बाद यमदीपक को अपने घर के मुख्य द्वार पर रख दें।
9.घर के मुख्य द्वार पर दीपक रखने के बाद किसी निर्धन व्यक्ति को दीप दान अवश्य करें।
10. इसके बाद मध्य रात्रि में अपने घर का सभी बेकार सामान बाहर निकाल कर फेंक दें। ऐसा करने से घर की दरिद्रता बाहर जाती है।
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