Narak Chaturdashi 2021: नरक चतुर्दशी के दिन जरुर करें ये पांच उपाय, आपकी सुन्दरता में लग जाएंगे चार चांद और मृत्यु के उपरांत होगी स्वर्ग की प्राप्ति

Narak Chaturdashi 2021: नरक चतुर्दशी के  दिन जरुर करें ये पांच उपाय, आपकी सुन्दरता में लग जाएंगे चार चांद और मृत्यु के उपरांत होगी स्वर्ग की प्राप्ति
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Narak Chaturdashi 2021: दीपोत्सव के पंचदिवसीय पर्व का दूसरा दिन नरक चतुर्दशी अथवा रूप चौदस होता है। इसीलिए नरक चतुर्दशी के दिन कई बातों का ध्यान रखा जाता है। शास्त्रों के अनुसार ही किसी भी पर्व को मनाने पर उसका पूर्ण फल मिलता है, गलत तरीके से किसी भी कार्य को करने पर उसका फल नहीं मिलता है। तो आइए आप भी जानें नरक चतुर्दशी मनाने के लिए पांच जरुरी बातों के बारे में।

Narak Chaturdashi 2021: दीपोत्सव के पंचदिवसीय पर्व का दूसरा दिन नरक चतुर्दशी अथवा रूप चौदस होता है। इसीलिए नरक चतुर्दशी के दिन कई बातों का ध्यान रखा जाता है। शास्त्रों के अनुसार ही किसी भी पर्व को मनाने पर उसका पूर्ण फल मिलता है, गलत तरीके से किसी भी कार्य को करने पर उसका फल नहीं मिलता है। तो आइए आप भी जानें नरक चतुर्दशी मनाने के लिए पांच जरुरी बातों के बारे में।

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नरक चतुर्दशी के दिन सूर्योदय से पहले शरीर पर तेल लगाकर स्नान करना चाहिए। नरक चतुर्दशी के दिन सूर्योदय के पश्चात स्नान करने वाले व्यक्ति के वर्ष भर के सभी शुभ कर्म नष्ट हो जाते हैं। तथा नरक चतुर्दशी के दिन स्नान के पश्चात दक्षिण दिशा की ओर मुख करके यमराज से प्रार्थना करने पर व्यक्ति के वर्ष भर के पाप नष्ट हो जाते हैं। रुप चौदस के दिन संध्याकाल में देवताओं का पूजन करके घर, बाहर, सड़क आदि प्रत्येक स्नान पर दीपक जलाकर रखना चाहिए। घर के प्रत्येक स्थान को अच्छी तरह साफ करके वहां दीपक लगाना चाहिए। इससे घर में लक्ष्मी का वास एवं दरिद्रता का नाश होता है। शास्त्रों में ऐसा माना जाता है कि नरक चतुर्दशी के दिन सूर्योदय से पूर्व उठकर उबटन लगाकर स्नान करने से वर्ष भर तक सौन्दर्य में वृद्धि होती है और इसके साथ ही इस दिन विधि-विधान से पूजा करने वाले व्यक्ति सभी पापों से मुक्त होकर स्वर्ग को प्राप्त करते है। इस दिन कुछ विशेष उपाय आजमाकर आप इस दिन मिलने वाले फल की शुभता में वृद्धि कर सकते हैं।

नरक चतुर्दशी के पांच उपाय

  • ब्रह्म मुहूर्त में या सूर्योदय से पहले उठ जाएं और दिनचर्या से निवृत्त होकर हल्दी, चंदन, बेसन, शहद, केसर और दूध का उबटन करें। फिर स्नान करके पूजा करें। इससे सकारात्मकता बढ़ेगी और शुभ फलों की प्राप्ति होगी।
  • नरक चतुर्दशी के दिन प्रात:काल तेल लगाकर अपामार्ग की पत्तियां जल में डालकर स्नान करने से नरक से मुक्ति मिलती है।
  • सिर्फ उबटन और स्नान ही ना करें बल्कि इत्र भी लगाएं और अच्छी तरह से तैयार हों। इस दिन विशेष रूप से सौन्दर्य पर ध्यान दें। ताकि साल भर आपका सौन्दर्य बरकरार रहे।
  • चतुर्दशी की रात को तेल अथवा तिल के तेल के 14 दीपक अवश्य जलाएं, इससे समस्त पापों से मुक्ति मिलती है।
  • चतुर्दशी के दिन नए पीले रंग के वस्त्र पहनकर यम पूजन करें। इससे अकाल मृत्युऔर नरक जाने का भय नहीं रहता।

(Disclaimer: इस स्टोरी में दी गई सूचनाएं सामान्य मान्यताओं पर आधारित हैं। Haribhoomi।com इनकी पुष्टि नहीं करता है। इन तथ्यों को अमल में लाने से पहले संबधित विशेषज्ञ से संपर्क करें)

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