Ram Navami 2023: राम नवमी पर पढ़ें रामचरितमानस की ये 3 चौपाइयां, दशरथ नंदन होंगे प्रसन्न

Ram Navami 2023: राम नवमी पर पढ़ें रामचरितमानस की ये 3 चौपाइयां, दशरथ नंदन होंगे प्रसन्न
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Ram Navami 2023: राम नवमी का पर्व हर साल चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की नवमी की तिथि को मनाया जाता है। हिंदू मान्यता है कि इस दिन भगवान राम का जन्म हुआ था।

Ram Navami 2023: राम नवमी का पर्व हर साल चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की नवमी की तिथि को मनाया जाता है। हिंदू मान्यता है कि इस दिन भगवान राम का जन्म हुआ था। राजा दशरथ और कौशल्या के घर दशरथ नंदन ने जन्म लिया था और नंदन की जयंती पूरे देश में भव्य तरीके से मनाई जाती है। भगवान राम की जन्मभूमि अयोध्या में इस पर्व को बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है। यहां दूर-दूर से राम भक्त आते हैं। इतना ही नहीं सरयू नदी में स्नान भी करते हैं और रघुनंदन की पूजा करते हैं। राम नवमी पर भगवान राम की पूजा करने से मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है। रामनवमी के शुभ अवसर पर आप श्री रामचरितमानस के इन 3 अध्यायों का पाठ करें।

रामचरितमानस की 3 सबसे सर्वश्रेष्ठ चौपाइयां

1. पुनि बंदउँ सारद सुरसरिता। जुगल पुनीत मनोहर चरिता,

मज्जन पान पाप हर एका। कहत सुनत एक हर अबिबेका।

इसका अर्थ - फिर मैं सरस्वती और देवनदी गंगाजी की वंदना करता हूं। दोनों पवित्र और मनोहर चरित्र वाली हैं। एक गंगा जी है, जिसका जल पीने से पापों से मुक्ति मिल जाती है। और दूसरी सरस्वती माता हैं। गुण और यश कहने और सुनने से अज्ञान का नाश कर देती है।

2. जनकसुता जग जननि जानकी। अतिसय प्रिय करुनानिधान की,

ताके जुग पद कमल मनावउ। जासु कृपा निरमल मति पावउ।

अर्थ- राजा जनक की पुत्री, जगत की माता और करुणा निधान श्री रामचन्द्रजी की प्रियतमा श्री जानकीजी के दोनों चरण कमलों को मैं मनाता हूं, जिनकी कृपा से निर्मल बुद्धि पाऊं।

3. पुनि मन बचन कर्म रघुनायक। चरन कमल बंदउँ सब लायक,

राजीवनयन धरें धनु सायक। भगत बिपति भंजन सुखदायक।

अर्थ- फिर मैं मन, वचन और कर्म से कमलनयन, धनुष-बाणधारी, भक्तों की विपत्ति का नाश करने और उन्हें सुख देने वाले भगवान श्री रघुनाथजी के सर्व समर्थ चरण कमलों की वन्दना करता हूं।

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