चूहों के शुभ-अशुभ प्रभाव, आप भी जानें

हमारे आसपास घटित होने वाली घटनाएं हमें कोर्इ ना कोई इशारा करती हैं। जैसे कि घर में अचानक से बहुत सारे चूहे दिखाई देने लगते हैं। कई बार तो घर की साफ-सफाई के दौरान मरे हुए सूखे चूहे भी मिल जाते हैं। इन चूहों को देखकर कभी आपने सोचा है कि इसका क्या मतलब हो सकता है। तो आइए आप भी जानें चूहों के बारे में जरुरी बातें।
घर में चूहों की तदाद बढ़ने को कई लोग अच्छा मानते हैं। और वहीं कई लोग इसे बुरे संकेत के तौर पर भी देखते हैं।
मान्यताओं के अनुसार जिस घर में काले चूहों की संख्या अधिक हो जाती है। वहां किसी परेशानी के अचानक से होने का अंदेशा रहता है। वहीं ये भी माना जाता है कि चूहे हमारे घर की शांति, समृद्धि को धीरे-धीरे कुतर कर खा जाते हैं। और यदि घर में काले रंग के चूहे बहुत अधिक तादाद में दिन और रातभर घूमते रहते हों तो समझ लें कि किसी रोग या शत्रु का आक्रमण होने वाला है।
वास्तु शास्त्र के अनुसार चूहा नकारात्मक और अज्ञानी शक्तियों का प्रतीक माना जाता है। वहीं चूहों की मौजूदगी से घर-परिवार के लोगों की बुद्धि का विनाश होता है।
यदि आप किसी खास कार्य के लिए घर से निकल रहे हैं और ठीक उसी समय आपके सामने से चूहा निकल जाए, और चूहा आपका रास्ता काट दें तो इसे शुभ संकेत नहीं माना जाता है।
जिस तरह चूहों को अशुभता का कारक माना जाता है। उसी तरह झझूंदरों के घर में आने को बहुत ही शुभ माना जाता है। कहते हैं जिस घर में झझूंदर घूमती हैं वहां लक्ष्मी की वृद्धि होती है। लेकिन चूहा तो गणपति का वाहन है, तो उसे मारना भी गलत होता है। चूहे को मारने से घर-परिवार पर नकारात्मकता भी हावी होती है। चूहे घर के कोनों में बिल बनाकर रहते हैं। और वहां अंधेरे का अस्तीत्व कायम रहता है। इससे वहां नाकारात्मक शक्तियों का प्रभाव स्थिर रहता है। और जब आपके घर में चूहे आने लगें तो आप समझ जाए कि कुछ अनिष्ट होने वाला है।
चूहों के अशुभ प्रभाव से बचने के लिए बाप्पा को मोदक का भोग लगाएं। और घर में 50 ग्राम फिटकरी का टुकड़ा रखने से नकारात्मकता हावी नहीं होती है। और एक महीने के बाद पुराने टुकड़े को किसी नदी में बहा दें। और उसके स्थान पर फिटकरी का नया टुकड़ा रख दें। इस उपाय से वास्तु दोष का भी शमन होता है।
इसी तरह ऊंट के दांये पैर का नाखून घर में रखने से चूहे सदा के लिए आपके घर से बाहर भाग जाते हैं। इसके अलावा गणेश जी का चित्रपट घर में स्थापित करने से पहले ध्यान रखें कि उसमें मोदक और मूसक अवश्य होने चाहिए। इन दो चीजों के अभाव में गणेश प्रतिमा अप्रभावी रहती है।
अगर आप इन छोटी-छोटी बातों को ध्यान में रखते हैं तो आपके जीवन में कभी कोई भी परेशानी नहीं आएगी।
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