Ratna Shastra: पढ़ाई में कमजोर छात्रों के लिए ये रत्न साबित होगा रामबाण, परीक्षाओं में मिलेगी सफलता

Ratna Shastra: हर व्यक्ति कोई न कोई समस्या से जरूर घिरा होता है और वह अपनी समस्याओं को दूर करने के लिए हर तरह का उपाय भी करता है। ज्योतिष शास्त्रों में सभी समस्याओं को खत्म करने के उपाय बताए गए हैं। ज्योतिष शास्त्रों के साथ पूजा-पाठ से लेकर तंत्र-मंत्र से भी व्यक्ति अपनी सारी समस्याओं को दूर करने की प्रयास करते हैं। लेकिन क्या आपको पता है, ज्योतिष शास्त्र, पूजा-पाठ, तंत्र-मंत्र इन सभी के अलावा रत्न शास्त्र से भी व्यक्ति की सारी समस्याएं को खत्म किया जा सकता है। रत्न शास्त्र में कुछ बताए गए रत्नों को धारण करने मात्र से ही जातक को सारी समस्याओं से छुटकारा मिल सकता है।
अक्सर आपने देखा होगा जो लोग बिजनेस या पढ़ाई करते हैं उन्हें तरह-तरह की समस्याएं होती रहती है। जातकों की इन सभी परेशानियों को खत्म करने के लिए रत्न शास्त्र में सुनहला रत्न के बारे बताया है। जिसे धारण करने से शीघ्र ही लाभ मिलता है। दरअसल, जिस जातक का बृहस्पति ग्रह कमजोर है उनको ये सुनहला रत्न धारण करना चाहिए। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, किसी जातक को बिजनेस या पढ़ाई में मन नहीं लगने का यही सबसे बड़ा कारण है कि उस जातक की कुंडली में बृहस्पति ग्रह कमजोर होता है। इन्हीं सब समस्याओं को खत्म करने में कारगर होता है सुनहला रत्न। तो आइए जानते हैं किसी प्रकार पढ़ाई कर रहे जातक के लिए ये रत्न कारगर साबित होता है, इसके साथ ही जानेंगे इस रत्न की क्या खासियत है और धारण करने का नियम क्या है।
सुनहला रत्न होता कैसा है
रत्न शास्त्र के अनुसार, सुनहला रत्न देखने में बिल्कुल पुखराज की तरह होता है। ऐसी मान्यता है कि सुनहला रत्न पुखराज का ही उपरत्न है। इस रत्न का कलर सुनहरे हरे रंग का होता है। इस रत्न को धारण पढ़ाई के साथ बिजनेस करने वाले जातकों के लिए बहुत ही अधिक फायदेमंद होता है। तो आइए इसके फायदे के बारे में बताते हैं।
सुनहला रत्न धारण करने के लाभ
रत्न शास्त्र के अनुसार, जो जातक बिजनेस में या पढ़ाई में किसी परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं तो ऐसे छात्रों के लिए ये सुनहला रत्न बेहद ही कारगर साबित होता है। इस रत्न को धारण करने से परीक्षाओं में शत प्रतिशत सफलता मिलने की संभावनाएं बढ़ जाती है
जिस व्यक्ति को पढ़ाई में मन या फिर व्यापार में घाटा झेल रहे हैं तो वैसे जातक के लिए सुनहला रत्न बेहद ही फायदेमंद साबित हो सकता है। इसके साथ ही ये रत्न मानसिक विकास और तनाव को भी दूर करने में कारगर साबित होता है।
सुनहला रत्न धारण करने का क्या है तरीका
रत्न शास्त्र में सुनहला रत्न को धारण करने के लिए गुरुवार का दिन बहुत ही शुभ माना जाता है। इस रत्न को अष्टधातु की अंगूठी में जड़वाकर दाए हाथ की तर्जनी उंगली में धारण करना चाहिए। इस रत्न को धारण करने से पहले तांबे के पात्र में गाय के कच्चे दूध, घी, गंगाजल, शहद और तुलसी की कुछ पत्तियों के साथ शुद्धिकरण कर तब इसे धारण करें। ये रत्न धनु और मीन राशि के जातकों के लिए बहुत ही ज्यादा फायदेमंद रहता है।
Disclaimer: इस स्टोरी में दी गई सूचनाएं सामान्य मान्यताओं पर आधारित हैं। Haribhoomi.com इनकी पुष्टि नहीं करता है। इन तथ्यों को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से संपर्क करें।
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