Rishi Panchami 2020 In India : जानिए महिलाओं के लिए क्यों जरूरी है ऋषि पंचमी का व्रत

Rishi Panchami 2020 In India : जानिए महिलाओं के लिए क्यों जरूरी है ऋषि पंचमी का व्रत
X
Rishi Panchami 2020 In India : ऋषि पंचमी व्रत 23 अगस्त 2020 (Rishi Panchami Vrat 23 August 2020) को रखा जाएगा। शास्त्रों के अनुसार यह व्रत (Fast) महिलाओं और लड़कियों के लिए अत्यंत ही महत्वपूर्ण माना गया है। लेकिन क्यों हैं यह व्रत महिलाओं और लड़कियों के लिएं इतना महत्वपूर्ण आइए जानते हैं....

Rishi Panchami 2020 In India: भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को ऋषि पंचमी का व्रत (Rishi Panchami Vrat) रखा जाता है। इस व्रत की महत्वता इतना अधिक है कि इस व्रत को करने वाली लड़की या स्त्री का इस जन्म के अलावा अगले जन्म में भी इसका शुभफल प्राप्त होता है तो चलिए जानते हैं महिलाओं के लिए क्यों जरूरी है ऋषि पंचमी का व्रत

ऋषि पंचमी व्रत महिलाओं के लिए क्यों जरूरी है (Rishi Panchami Vrat Mahilao Ke Liye Kyu Jaruri Hai)

ऋषि पंचमी व्रत का बहुत अधिक महत्व है। यह व्रत केवल लड़कियों और महिलाओं के लिए ही होता है। लेकिन ज्यादातर लोग इस व्रत के बारे में नहीं जानते और साल भर गलतियां करते हैं। इस व्रत में सप्तऋषियों की पूजा करके मासिक धर्म में हुई गलतियों के दोषों के लिए उपवास किया जाता है। यह व्रत भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि के दिन रखा जाता है। हिंदू धर्म में महिलाओं की पवित्रता का बहुत अधिक महत्व है।

महिलाएं महावारी के समय सबसे ज्यादा अपवित्र मानी जाती हैं। ऐसे में उन्हें कई नियमों का पालन करना चाहिए।लेकिन जाने अनजाने में उनसे कोई न कोई भूल हो जाती है। यह भूल सालभर इसी तरह से ही चलती रहती है। ऋषि पंचमी कथा के अनुसार एक नगर में ब्राह्मण पति पत्नि रहते थे। जो धर्म के पालन में हमेशा सबसे आगे रहते थे। उनकी दो संतानों में एक पुत्र और एक पुत्री थी।

बेटी के बड़े होते ही उसके माता पिता ने एक अच्छा वर खोजकर उसका विवाह कर दिया। लेकिन कुछ समय के बाद ही वह विधवा हो गई। जिसके बाद वह कुटिया बनाकर गंगा किनारे रहने लगी। इतना ही नहीं कुछ समय बाद ही ब्राह्मण दंपत्ति की बेटी के शरीर में कीड़े पड़ गए। जिसके बाद ब्राह्मण ने ध्यान लगाकर देखा तो उसके होश उड़ गए। जिसके बाद उसे पता चला कि उसकी बेटी ने महावारी के समय में बर्तनों को छू लिया था।

जिसके श्राप के कारण ही उसकी ऐसी दशा हुई है।जिसके बाद उसने बेटी को ऋषि पंचमी व्रत की पूजन विधि और कथा बताई। जिसके बाद उस ब्राह्मण की बेटी ने यह व्रत रखा और अगले जन्म में उसे सौभाग्य की प्राप्ति हुई। इसी कारण से महिलाओं के लिए ऋषि पंचमी का व्रत करना बहुत जरूरी है। जिससे उन्हें मासिक धर्म में हुई गलतियों से छुटकारा मिल सके।

Tags

Next Story