Rudraksh Benefits: किन लोगों को कभी नहीं धारण करना चाहिए रुद्राक्ष, जानें क्या है इसके पीछे की वजह

Rudraksh Benefits: किन लोगों को कभी नहीं धारण करना चाहिए रुद्राक्ष, जानें क्या है इसके पीछे की वजह
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Rudraksh Benefits: शास्त्रों के अनुसार, एक मुखी रुद्राक्ष से लेकर इक्कीस मुखी तक रुद्राक्ष पाए जाते हैं। इनके धारण करने के कुछ खास नियम भी है। लेकिन क्या आपको पता है कि रुद्राक्ष हर कोई नहीं धारण कर सकता है। तो आइए जानते हैं रुद्राक्ष किन लोगों को धारण करना चाहिए।

Rudraksha Rules: हिंदू धर्म में रुद्राक्ष का बहुत ही ज्यादा महत्व माना गया है। ऐसा माना जाता है कि रुद्राक्ष भगवान शंकर को अत्यंत प्रिय है। कहा जाता है कि जो लोग रुद्राक्ष धारण करते हैं उन पर भगवान शिव की विशेष कृपा होती है। धार्मिक ग्रंथों के अनुसार, रुद्राक्ष भगवान शिव के आंसुओं से हुई है। वाराणसी निवासी ज्योतिषाचार्य अमरेश पाण्डेय के अनुसार, रुद्राक्ष एक से लेकर 21 मुखी तक पाए जाते हैं। लेकिन खास बात यह है कि इक्कीस मुखी रुद्राक्ष बहुत ही रेयर केस में मिलता है। ऐसी मान्यता है कि रुद्राक्ष धारण करने से हर तरह के संकट नाश हो जाता है। इसके साथ ही ग्रहों की अशुभता से भी मुक्ति मिल जाती है।

शास्त्रों के अनुसार, रुद्राक्ष धारण करने से स्वास्थ्य को भी लाभ मिलता है। रुद्राक्ष को बहुत ही चमत्कारी और अलौकिक माना गया है। ऐसा कहा जाता है कि एक मुखी रुद्राक्ष धारण करने से सूर्य के नकारात्मक प्रभावों से मुक्ति मिल जाती है। ज्योतिषाचार्य अमरेश पाण्डेय का कहना है कि रुद्राक्ष को हर कोई धारण नहीं कर सकता है। तो आइए जानते हैं इनसे कि किन-किन लोगों को रुद्राक्ष धारण नहीं करना चाहिए।

गर्भवती महिलाएं

ज्योतिष शास्त्रों के अनुसार, गर्भवती महिलाओं को कभी भी रुद्राक्ष धारण नहीं करना चाहिए। ऐसा कहा जाता है कि अगर किसी महिला को रुद्राक्ष धारण करने की सलाह दि गई है तो बच्चे के जन्म से लेकर सूतक काल समाप्त होने तक उसे उतार दें। यहीं नहीं, जो व्यक्ति रुद्राक्ष धारण किया है उसे किसी भी नवजात शिशु और उसकी मां के पास नहीं जाना चाहिए। अगर किसी काम से जाना भी पड़ रहा है तो रुद्राक्ष को उतारकर ही जाए।

मांसाहार का सेवन करने वाला व्यक्ति

धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, जो लोग मांस मदिरा का सेवन करते हैं उन लोगों को कभी भी रुद्राक्ष धारण नहीं करना चाहिए। ज्योतिषों का कहना है कि जो भी व्यक्ति रुद्राक्ष को धारण करता है उसे कभी भी ध्रूमपान और मांसाहार भोजन से दूरी बनानी चाहिए। कहा जाता है कि मांसाहार करने से रुद्राक्ष अशुद्ध हो जाता है। अशुद्ध होने के कारण आपको हर तरह की समस्याएं का सामना करना पड़ सकता है।

रुद्राक्ष सोते समय न करें धारण

शास्त्रों के अनुसार, जो जातक रुद्राक्ष को धारण किया है तो उसे रात को सोते समय उतार देना चाहिए। सोने से पहले रुद्राक्ष उतार कर अपने तकिए के नीचे रखें। ऐसी मान्यता है कि रात को बुरे सपने आने बंद हो जाते हैं। कहा जाता है कि जिन लोगों को रात में नींद आने में समस्या आती है उन्हें इससे बहुत फायदा मिलने लगता है।

क्या है रुद्राक्ष धारण करने का नियम

ज्योतिषाचार्य अमरेश पाण्डेय के अनुसार, रुद्राक्ष को धारण करने के लिए कुछ नियम बताए हैं। उन्होंने बताया है कि रुद्राक्ष को कभी भी काले धागे में नहीं धारण करना चाहिए। रुद्राक्ष को लाल या पीले रंग के धागे में ही धारण करें। ऐसी मान्यता है कि रुद्राक्ष को कभी भी अपवित्र हाथों से नहीं छूना चाहिए। ऐसा करने से अशुभ फल की प्राप्ति होती है। रुद्राक्ष को धारण करने से पहले अच्छे से स्नान करने के बाद शुद्ध होकर धारण करें। धारण करते समय भगवान शिव जी के मंत्र ओम नमः शिवाय का उच्चारण करें। ऐसा भी कहा जाता है कि अपना पहना हुआ रुद्राक्ष किसी को नहीं देना चाहिए।

Disclaimer: इस स्टोरी में दी गई सूचनाएं सामान्य मान्यताओं पर आधारित हैं। Haribhoomi.com इनकी पुष्टि नहीं करता है। इन तथ्यों को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से संपर्क करें।

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