महिलाओं के बाल धोने के क्या हैं नियम, जानें शास्त्रों में बताए गए हैं इससे जुड़े शुभ-अशुभ दिन

सनातन धर्म में न केवल पूजा-पाठ को लेकर बल्कि सभी कार्यों के बारे में नियम, दिन और तिथि बताई गई है। ऐसी मान्यता है कि इन नियमों का जो पालन करता है उसके घर में कभी भी किसी प्रकार की कमी नहीं होती है। कहा जाता है कि उसके घर में हमेशा खुशहाली बनी रहती है। आज इस खबर में बताने वाले हैं महिलाओं से जुड़े कुछ ऐसे रोचक बातें जो आपको हैरान कर सकती है।
दरअसल, शास्त्रों में महिलाओं के बाल धोने के बारे में बताया है। जो महिला इन शास्त्रों के नियमों का पालन कर लेती है। उनके घर में कभी भी किसी भी प्रकार की कोई समस्या नहीं आती है। इसके साथ ही घर में हमेशा धन भरा रहता है। तो आइए जानते हैं क्या हैं बाल धोने का सही नियम और दिन...
महिलाओं के बाल धोने के शुभ और अशुभ दिन
शास्त्रों के अनुसार, विवाहित महिला और कुंवारी कन्या के बाल धोने के अलग-अलग नियम होता है। कहा जाता है कि कुंवारी कन्या को कभी बुधवार के दिन बाल नहीं धोने चाहिए। ऐसा करने से भाई पर किसी भी प्रकार की समस्या आ सकती है। ज्योतिष शास्त्रों के अनुसार, जब कोई विशेष त्योहार, शुभ मुहूर्त हो तो उस दिन खासकर महिलाओं को बाल धोना वर्जित है। अगर बाल धोना ही है तो उस पर्व या उस तिथि के एक दिन पूर्व बाल धो लें।
ऐसी मान्यता है कि स्त्रियों को कभी भी अमावस्या, पूर्णिमा, एकादशी और व्रत वाले दिन भूलकर भी बाल नहीं धोने चाहिए। अगर किसी कारणवश बाल धोने पड़ें तो बाल धोने से पहले कच्चा दूध बालों में लगा लें। इसके बाद बाल धो लें। इसके साथ ही ये भी कहा जाता है कि सुहागिन महिलाओं को कभी भी भूलकर गुरुवार के दिन बाल नहीं धोने चाहिए। ऐसा करने से सुहाग और आर्थिक स्थिति पर बुरा प्रभाव पड़ता है।
Disclaimer: इस स्टोरी में दी गई सूचनाएं सामान्य मान्यताओं पर आधारित हैं। Haribhoomi.com इनकी पुष्टि नहीं करता है। इन तथ्यों को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से संपर्क करें।
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