Sakat Chauth 2022 : जीवन में आपको कुछ करना है तो बड़ी चौथ पर जप लें गणपति जी का ये नाम

Sakat Chauth 2022 : साल के प्रत्येक माह के कृष्ण पक्ष और शुक्ल पक्ष में चतुर्थी तिथि आती है। लेकिन माघ मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी साल की सबसे बड़ी चतुर्थी कहलाती है। और साल में आने वाली सभी चतुर्थी तिथियों में महत्वपूर्ण होती है। इसे संकट चौथ, माही चौथ या व्रकतुंडी चौथ आदि नामों से जाना जाता है। शास्त्रों के अनुसार श्रीविघ्नहर्ता की की पूजा-अर्चना और व्रत करने से व्यक्ति के समस्त पाप और संकट दूर होते हैं। इस तिथि को महिलाओं द्वारा अपने घर के सदस्यों और खासकर संतान की लंबी आयु और उनकी सफलता की कामना के साथ निर्जला उपवास किया जाता है। और रात्रि को चंद्रोदय होने के बाद चंद्रमा को अर्घ्य देकर ही व्रत संपन्न किया जाता है। भगवान श्रीगणेश सभी देवों में सर्वप्रथम पूजे जाने वाले एकमात्र ऐसे देव हैं जिनकी सच्चे हृदय से आराधना करने पर वे भक्तों से प्रसन्न होकर उन्हें रिद्धि-सिद्धि का वरदान देते हैं। और भक्तों के सभी संकटों का नाश करते हैं। शास्त्रों में बताए गए भगवान गणेश के उन 12 नामों के बारे में जिनका यदि आप साल की सबसे बड़ी चौथ अर्थात संकट तिल चौथ व्रत के दिन स्मरण मात्र कर लेते हैं तो आपके सभी संकटों और परेशानियों का अंत होकर आपको श्रीगणेश जी के आशीर्वाद से रिद्धि-सिद्धि का वरदान प्राप्त होता है और जीवन में सफलता मिलती है। तो आइए जानते हैं गणेश जी के उन 12 नामों के बारे में।
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गणेश जी के12 नाम
- लंबोदर
- गजकर्ण
- विघ्न-नाश
- विनायक
- कपिल
- धूम्रकेतु
- एकदंत
- गणाध्यक्ष
- सुमुख
- भालचंद्र
- विकट
- गजानन
हम सभी को सकट चौथ के दिन गणेश जी के इन नामों का स्मरण जरुर करना चाहिए। और इस दिन पूजा के समय इन 12 नामों का जाप जरुर करना चाहिए।
(Disclaimer: इस स्टोरी में दी गई सूचनाएं सामान्य मान्यताओं पर आधारित हैं। Haribhoomi.com इनकी पुष्टि नहीं करता है। इन तथ्यों को अमल में लाने से पहले संबधित विशेषज्ञ से संपर्क करें)
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