Sankashti Chaturthi 2022 : पौष संकष्टी चतुर्थी पर बन रहा रवि पुष्य योग, इन कार्यों में ना करें देरी, वरना...

Sankashti Chaturthi 2022 : पौष संकष्टी चतुर्थी (paush sankashti chaturthi) के दिन कई शुभ योगों का निर्माण हो रहा है। वहीं इस दिन पुनर्वसु और पुष्य नक्षत्र के साथ ही ब्रह्म योग भी बन रहा है और इसके साथ ही रविपुष्य योग का निर्माण भी हो रहा है। ज्योतिष में रविपुष्य योग को बहुत ही शुभ माना जाता है। वहीं इस योग में कई कार्यों को करने पर उन कार्यों में सफलता भी मिलती है। पुष्य नक्षत्र 27 नक्षत्रों में आठवें नक्षत्र के रुप में जाना जाता है और जब रविवार के दिन इसका योग बनता है तो यह रविपुष्य योग के नाम से जाना जाता है। वहीं ज्योतिष में पुष्य नक्षत्र के स्वामी ग्रह शनिदेव को माना जाता है। जोकि कर्मफल दाता माने जाते हैं। वहीं रविपुष्य नक्षत्र में कुछ कार्य करने पर उनमें सफलता जरुर मिलती है, वरना व्यक्ति जीवनभर दुख और परेशानियों का सामना करता रहता है। तो आइए जानते हैं रविपुष्य योग में क्या कार्य जरुर करने चाहिए।
तंत्र साधना
रविपुष्य योग में की गई तंत्र और मंत्र साधना अवश्य फलीभूत होती है और साधक को इसका शुभ लाभ मिलता है। वहीं रविपुष्य योग में जन्में जातक पर भी किसी प्रकार के तंत्र-मंत्र और टोने टोटके आदि का असर नहीं होता है। इसीलिए अगर आप किसी तंत्र या मंत्र को सिद्ध करना चाहते हैं तो इस योग में अपनी साधना जरुर करें।
उपचार
अगर आपके घर में कोई व्यक्ति गंभीर रोग से पीड़ित है और काफी उपचार कराने के बाद भी उसे स्वास्थ्य लाभ नहीं मिल रहा है तो आप रविपुष्य योग में बीमार व्यक्ति का उपचार शुरू कराएं। ऐसी मान्यता है कि, रविपुष्य योग में उपचार कराने से स्वास्थ्य लाभ जरुर मिलता है।
सूर्य दोष से मुक्ति
रविपुष्य योग में सूर्यदेव की उपासना करना लाभकारी माना जाता है। इस दौरान सूर्यदेव की पूजा करने से जातक की कुंडली से सूर्य के दोष समाप्त हो जाते हैं।
(Disclaimer: इस स्टोरी में दी गई सूचनाएं सामान्य मान्यताओं पर आधारित हैं। Haribhoomi.com इनकी पुष्टि नहीं करता है। इन तथ्यों को अमल में लाने से पहले संबधित विशेषज्ञ से संपर्क करें।)
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