Sankashti Chaturthi January 2021: पौष मास में संकष्टी चतुर्थी कब है, जानें पूजाविधि और उपाय

Sankashti Chaturthi January 2021: शास्त्रों के अनुसार पौष माह के व्रत और त्योहार बेहद खास माने जाते हैं। हर महीने की चतुर्थी तिथि भगवान गणेश जी को समर्पित है। हिन्दू पंचांग के अनुसार पौष माह की कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को आखुरथ संकष्टी चतुर्थी का व्रत रखा जाता है। इस दिन बल, बुद्धि और विद्या के देवता श्रीगणेश जी का पूजन किया जाता है। कहा जाता है कि पौष मास की चतुर्थी का यह व्रत जीवन में सफलता दिलाने वाला और सभी संकटों को हरने वाला होता है। तो आइए जानते हैं पौष मास में संकष्टी चतुर्थी की तिथि, पूजा का शुभ मुहूर्त, पूजाविधि और इस दिन सुख-समृद्धि और धन प्राप्ति के लिए किए जाने वाले उपाय के बारे में।
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संकष्टी चतुर्थी शुभ मुहूर्त जनवरी 2021 (Sankashti Chaturthi shubh muhurt January 2021)
साल 2021 में कृष्ण पक्ष की आखुरथ संकष्टी चतुर्थी का व्रत 02 जनवरी 2021, दिन शनिवार को रखा जाएगा।
चतुर्थी तिथि प्रारंभ: 02 जनवरी प्रात:काल 09:09 बजे से।
चतुर्थी तिथि समाप्त: 03 जनवरी प्रात:काल 08:22 बजे।
चंद्रोदय का समय: रात्रि 08:44 बजे।
प्रात:काल पूजा का मुहूर्त: 02 जनवरी प्रात:काल 05:26 बजे से 06:20 बजे तक।
सायंकाल पूजा का मुहूर्त: 02 जनवरी शाम 05:36 बजे से शाम 06:58 बजे तक।
संकष्टी चतुर्थी व्रत पूजा विधि (Sankashti Chaturthi vrat puja vidhi)
चतुर्थी के दिन प्रात:काल स्नान के बाद व्रत का संकल्प लेते हुए पूजा स्थल को गंगाजल से पवित्र कर लें। और पूजा स्थल पर भगवान गणपति की प्रतिमा स्थापित कर कलश की स्थापना करें। पूजा में गणपति जी को पीले फूलों की माला अर्पित करें और धूप, दीप, नैवेद्य्र अक्षत और उनका प्रिय दूर्वा जरुर अर्पित करें। और साथ ही उन्हें लड्डुओं और मोदक का भोग भी लगाएं। और इसके बाद उनकी आरती करें। रात्रि में चंद्रोदय के बाद चंद्रमा को अर्घ्य देकर व्रत संपन्न करें। इसके बाद ब्राह्मण के लिए दान-दक्षिणा निकाल कर व्रत खोल लें। और अगले दिन दान की सभी सामग्री किसी ब्राह्मण को दे दें।
संकष्टी चतुर्थी के उपाय (Sankashti Chaturthi ke upay)
गणपति जी को सभी देवताओं में प्रथम पूज्य माना गया है इसलिए किसी भी कार्य को करने से पहले गणेश जी का पूजन किया जाता है। कहते हैं कि यदि उनकी आराधना के समय नियमों का सही ढंग से पालन कर छोटे-छोटे उपाय किए जाए तो वे व्यक्ति को बल-बुद्धि और विद्या का वरदान देते हैं। और साथ ही उसके सभी संकटों को हरकर उसकी सभी मनोकामनाओं को पूरा करते हैं।
- संकष्टी चतुर्थी के दिन यदि आप व्रत रखकर गणेश जी को 21 लड्डुओं का भोग लगाते हैं तो इससे आपके घर में सुख-समृद्धि आती है।
- पौष मास की चतुर्थी तिथि के दिन गणेश जी के सामने चौमुखी दीपक जलाने से कार्यसिद्धि होती है।
- इस दिन गणेश जी को पूजा में लाल सिन्दूर अर्पित करने से धन में वृद्धि होती है।
- पौष मास की चतुर्थी तिथि के दिन गणेश जी के साथ शनिदेव की पूजा करें। इससे आपको शनिदेव की कृपा भी प्राप्त होगी।
- संकष्टी चतुर्थी के दिन गणेश जी की पूजा के समय 21 दूर्वा उनके मस्तक पर चढ़ाएं। इससे मनोकामना पूरी होती है।
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