Sawan 2020: सोमनाथ में मिलती है भगवान शिव की असीम कृपा, जानिए कैसे करें शिव का पूजन

Sawan 2020: सोमनाथ में मिलती है भगवान शिव की असीम कृपा, जानिए कैसे करें शिव का पूजन
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Sawan 2020: सावन मास में भगवान शिव की पूजा का विशेष विधान है। सावन में भगवान शिव की उनके सभी रूपों में पूजा की जाती है। और इस माह के दौरान पूरा भारत और हिन्दू समाज ही शिव के ओत प्रोत नजर आता है। इस साल कोरोना संक्रमण के कारण लोग घरों में ही भगवान शिव की पूजा करते नजर आ रहे हैं।आइए आज हम बात करते हैं भगवान शिव के प्रमुख ज्योर्तिलिंग सोमनाथ की।

Sawan2020: सावन मास में भगवान शिव की पूजा का विशेष विधान है। सावन में भगवान शिव की उनके सभी रूपों में पूजा की जाती है। और इस माह के दौरान पूरा भारत और हिन्दू समाज ही शिव के ओत प्रोत नजर आता है। इस साल कोरोना संक्रमण के कारण लोग घरों में ही भगवान शिव की पूजा करते नजर आ रहे हैं।आइए आज हम बात करते हैं भगवान शिव के प्रमुख ज्योर्तिलिंग सोमनाथ की।

सोमनाथ ज्योतिर्लिंग भगवान भोलेनाथ के 12 प्रमुख ज्योतिर्लिंगों में से एक है। कहा जाता है की यह सभी ज्योतिर्लिंगों में प्रथम स्थान की महत्व रखता है।

ऐसा कहा जाता है की इस मंदिर पर कई बार आक्रमण हुए , जिसमें इस मंदिर को कई बार लुटा गया। परन्तु इस मंदिर की निर्माण शैली इतनी मजबूत है कि आज तक कोई इसे नुकसान नहीं पंहुचा सका है।

सावन के महीने में सोमनाथ ज्योतिर्लिंग में शिव का रुद्राभिषेक करवाने से जीवन में आ रही परेशानियों का निवारण होता है। भोलेनाथ बहुत ही सरलता से अपने भक्तों से प्रसन्न हो जातें है। इसलिए जो कोई भी सावन के महीने में पूर्ण निष्ठा से शिव का पूजनकर इस मंदिर में उनका रुद्राभिषेक करता है , उसपर शिव की कृपा सदैव बनी रहती है।

यह ज्योतिर्लिंग गुजरात के सौराष्ट्र शहर में अरब सागर के तट पर स्थित है। कहा जाता है की इस मंदिर में पूजन करने से महादेव की असीम अनुकम्पा प्राप्त होती है।

सोमनाथ मंदिर बहुत ही भव्य और सुन्दर है। मान्यताओं के अनुसार सोमनाथ ज्योतिर्लिंग ब्रह्मा जी के सभी सृष्टियों में है। कहा जाता है कि जब इस सृष्टि का अंत होगा और ब्रह्मा जी द्वारा एक नवीन सृष्टि का निर्माण किया जाएगा, उसमें भी सोमनाथ मंदिर का स्थान होगा जोकि प्राणनाथ के नाम से प्रसिद्ध होगा।

रुद्राभिषेक के फल :

• ग्रहों द्वारा उत्पन्न दोष समाप्त होते है।

• आर्थिक परेशानियों का समाधान प्राप्त होता है।

• पारवारिक रिश्तों में कुशलता रहेगी।

• शिक्षा , नौकरी एवं व्यापार में सफलता प्राप्त होगी।

• स्वास्थ से जुड़ी परेशानियां समाप्त होंगी।

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