Sawan 2021 : शादी में आ रही है बाधा तो इस बार सावन में कर लें ये खास उपाय, मिलेगा मनचाहा वर

Sawan 2021 : शादी में आ रही है बाधा तो इस बार सावन में कर लें ये खास उपाय, मिलेगा मनचाहा वर
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  • सावन का महीना (month of sawan) भगवान शिव (Lord Shiva) को अत्यंत ही प्यारा होता है।
  • कल (25 जुलाई 2021, दिन रविवार) से सावन का महीना प्रारंभ हो रहा है।
  • सावन माह में शिवजी एवं माता पार्वती की पूजा करने से मनचाहा फल मिलता है।

Sawan 2021 : सावन का महीना (month of sawan) भगवान शिव (Lord Shiva) को अत्यंत ही प्यारा होता है। इस साल यह शुभ महीना कल (25 जुलाई 2021, दिन रविवार) से प्रारंभ हो रहा है। मान्यता है कि, इस दौरान शिवजी एवं माता पार्वती की पूजा करने से मनचाहा फल मिलता है। इसके साथ ही कुंवारी कन्याओं और लड़कियों के द्वारा कुछ उपाय करने से मनपसंद जीवनसाथी की प्राप्ति होती है। तो आइए जानते हैं सावन 2021 में कुछ ऐसी ही उपायों के बारे में जोकि शादी में होने वाली बाधा को दूर करते हैं।

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सावन के पवित्र महीना में लगातार नौ दिनों तक प्रतिदिन पीले कपड़े पहनें और इसके बाद मंदिर जाकर शिवजी और माता पार्वती को गेंदे के पुष्पों की माला पहनाएं। शाम के समय शिव-पार्वती की पूजा करके 'ओम गौरी शंकराय नम:' मंत्र का एक माला जप करें। ऐसी मान्यता है कि इससे जल्दी ही व्यक्ति की मनोकामनाएं पूरी होती है। वहीं 18 से 24 साल तक की लड़कियां सावन के महीने में पीले वस्त्र धारण करके भगवान की पूजा करें। शिवलिंग पर इत्र चढ़ाकर 'ऊँ पार्वती पतये नम:' मंत्र का एक माला जप करें। इस उपाय को सावन के महीने में लगातार 11 दिनों तक करें। ऐसी मान्यता है कि इस उपाय को करने से शादी में आ रहीं तमाम रूकावटें दूर होकर कन्या को मनचाहा वर प्राप्त होता है।

30 साल से ऊपर की कन्‍याएं 108 बेलपत्रों पर चंदन से 'राम' लिखें और फिर उसके बाद 'ऊं नम: शिवाय' मंत्र का जाप करते हुए शिवलिंग पर एक-एक करके सभी बेलपत्रों को अर्पित कर दें। यह उपाय बहुत ही अचूक है। इस उपाय को सावन के महीने में प्रत्येक सोमवार को करने से कन्या के लिए जल्दी ही शादी के प्रस्ताव मिलने लगेंगे।

वहीं जिन लड़कियों की शादी में बाधा आ रही है वे सावनमाह में भगवान शिव व माता पार्वती के मंदिर में धूप-दीप जलाएं। पीले व लाल रंग के फूल चढ़ाएं। फिर इस मंत्र का जप करें।

मंत्र

'ऊं ह्रीं गौर्ये नम:

हे गौरी शंकर अर्धागिंनी यथा त्वं शंकर प्रिया

तथा माम कुरू कल्याणी कान्त कान्ता सुदुर्लभम्'

इसके बाद माता पार्वती से प्रार्थना करें कि, जिस तरह आप महादेव की प्रिया है, उनकी अर्धांगिनी हैं, उसी तरह मुझे भी दुर्लभ वर प्रदान करें।'

(Disclaimer: इस स्टोरी में दी गई सूचनाएं सामान्य मान्यताओं पर आधारित हैं। Haribhoomi.com इनकी पुष्टि नहीं करता है। इन तथ्यों को अमल में लाने से पहले संबधित विशेषज्ञ से संपर्क करें)

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