Sawan 2021 : सावन में भगवान शिव को अर्पित करें मदार के फूल, आप हो जाएंगे मालामाल

Sawan 2021 : सावन में भगवान शिव को अर्पित करें मदार के फूल, आप हो जाएंगे मालामाल
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Sawan 2021 : सावन माह में भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए उनकी विधि-विधान के अनुसार, अनेक प्रकार से पूजा की जाती है। वैसे तो भगवान शिव प्रकृति का ही स्वरुप माने जाते हैं। सावन के महीने में सारी प्रकृति भगवान शिव के ओतप्रोत ही रहती है। सारा ब्रह्मांड शिवमय ही नजर आता है। वहीं इस दौरान भगवान शिव की पूजा में मदार (आकड़ा), धतूरा, भांग, बेलपत्र आदि का प्रयोग किया जाता है। हिन्दू सनातन धर्म में सावन के महीने में मदार (आकड़ा) के फूल से भगवान आशुतोष शिव का पूजन अवश्य करना चाहिए। ऐसी मान्यता है कि मदार (आकड़ा) के फूल से भगवान भोलेनाथ की पूजा करने पर जीवन में आने वाले सभी कष्ट और परेशानियों से छुटकारा मिलता है और आशुतोष भगवान शिव प्रसन्न होते हैं। तो आइए जानते हैं मदार (आकड़ा) के फूलों से भगवान शिव की पूजा करने का महत्व और उसके लाभ के बारे में

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मदार (आकड़ा) के फूल से शिव पूजा करने के लाभ

  • सावन में मदार (आकड़ा) के फूल से भगवान शिव की पूजा करने से जीवन में आने वाले कष्टों और परेशानियों से मनुष्य को निजात मिलती है।
  • सावन के महीने में मदार (आकड़ा) के फूल से शिव की पूजा करने वाले व्यक्ति को संतान सुख की प्राप्ति होती है।
  • सावन के महीने में मदार (आकड़ा) के फूल से शिव की पूजा करने वाले व्यक्ति को धन-लाभ, सुख-वैभव और ऐश्वर्य की प्राप्ति होती है।
  • सावन में मदार (आकड़ा) के फूल से शिव जी की पूजा करने से घर की सारी बुराई और पाप कट जाते हैं।
  • सावन में भगवान शिव को मदार (आकड़ा) का फूल अर्पित करने से जादू-टोने और नाकारात्मक एनर्जी आदि से मुक्ति मिल जाती है।

मदार (आकड़ा) का धार्मिक महत्व

पौराणिक काल में रचित महाभारत ग्रंथ के आदि पर्व के पुष्य अध्याय में भी मदार (आकड़ा) के पेड़ और फूलों के विषय में वर्णन मिलता है कि, ऋषि अयोद-दौम्य के शिष्य उपमन्यु की आंखों की रोशनी मदार (आकड़ा) के पत्ते खा लेने के कारण चली गई थी। वहीं स्कन्द पुराण के अनुसार, भगवान गणेश की पूजा में मदार (आकड़ा) के पत्ते का इस्तेमाल करना बहुत शुभ माना जाता है। वहीं मदार (आकड़ा) के पेड़ को नौ ज्योतिषीय पेड़ों में से भी एक माना जाता है।

(Disclaimer: इस स्टोरी में दी गई सूचनाएं सामान्य मान्यताओं पर आधारित हैं। Haribhoomi।com इनकी पुष्टि नहीं करता है। इन तथ्यों को अमल में लाने से पहले संबधित विशेषज्ञ से संपर्क करें)

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