Sawan Mass 2022: सावन मास में की जाती है शिव और शक्ति की पूजा, जानें इस महीने का खास महत्व

Sawan Mass 2022: हिन्दू पंचांग के मुताबिक, सभी 12 महीनों में सावन मास का बहुत अधिक महत्व है। इस पवित्र मास में संपूर्ण सृष्टि शिवमय नजर आने लगती है। चारों तरफ नदी, तालब और सरोवर आदि लबालब भरे रहते हैं। साधना की दृष्टि से भी सावन माह बहुत खास होता है, क्योंकि इस महीने में प्रकृति अपने यौवन रुप में होती है और चारों तरफ हरियाली ही हरियाली होती है। ऐसे में साधु-संत लोग एक ही स्थान पर ठहरकर साधना करते हैं।
सृष्टि में चारों ओर शिव की अराधना की जाती है। इस दौरान चातुर्मास लगने के कारण भगवान विष्णु तो योगनिंद्रा में रहते हैं और सृष्टि के संचालन का संपूर्ण भार महादेव के द्वारा संचालित किया जाता है। इसीलिए इस दौरान महादेव की भक्ति करने से मनुष्य के भाग्य के द्वार स्वत: ही खुल जाते हैं और लोगों को अनायास ही शिव कृपा प्राप्त हो जाती है।
इस पवित्र मास में ही 16 सोमवार का व्रत प्रारंभ करने से सभी मनोकामना पूर्ण होती हैं और वहीं कुंवारी कन्याओं को इस व्रत के प्रभाव से मनवांछित वर अर्थात पति की प्राप्ति होती है। तथा सुहागन महिलाओं को अटल सौभाग्य का वरदान मिलता है। वहीं इस महीने में मंगलवार के दिन मंगला गौरी व्रत करने का विधान है। इस व्रत के प्रभाव से महिलाओं की सभी मुराद पूरी हो जाती हैं और कुंवारी कन्याओं को इस व्रत के प्रभाव से उचित जीवनसाथी की प्राप्ति होती है।
सावन माह शिव और शक्ति की उपासना का पवित्र माह है। शिव और शक्ति की कृपा पाने के लिए सावन माह में महादेव और मां पार्वती का ध्यान, स्मरण और पूजन करना चाहिए। तथा शिव और पार्वती मां को प्रसन्न करने के उपाय करने चाहिए और उनके मंत्रों का जाप करना चाहिए।
(Disclaimer: इस स्टोरी में दी गई सूचनाएं सामान्य मान्यताओं पर आधारित हैं। Haribhoomi.com इनकी पुष्टि नहीं करता है। इन तथ्यों को अमल में लाने से पहले संबधित विशेषज्ञ से संपर्क करें।)
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