Sawan Mass 2022: श्रावण मास में ऐसे करें रुद्राभिषेक, मिलेंगे ये आश्चर्यजनक लाभ

Sawan Mass 2022: रुद्राभिषेक से जातक की कुंडली के महापाप भी जलकर भस्म हो जाते हैं और व्यक्ति में शिवत्व उदय हो जाता है। भगवान शिव का शुभाशीर्वाद प्राप्त करने के लिए पवित्र श्रावण मास में विधिपूर्वक रुद्राभिषेक करना चाहिए। ऐसा करने से सभी मनोरथ पूर्ण होते हैं। मान्यताओं के अनुसार, अकेले महादेव के पूजन से सभी देवताओं की पूजा स्वत: हो जाती है। तो आइए जानते हैं किससे रूद्राभिषेक करने पर क्या लाभ मिलते हैं।
जल से रुद्राभिषेक करने पर वर्षा होती है।
असाध्य रोगों को शांत करने के लिए कुशोदक से रुद्राभिषेक करें।
भवन-वाहन के लिए दही से रुद्राभिषेक करें।
लक्ष्मी प्राप्ति के लिए गन्ने के रस से रुद्राभिषेक करें।
धनवृद्धि के लिए शहद एवं घी से अभिषेक करें।
तीर्थ के जल से अभिषेक करने पर मोक्ष की प्राप्ति होती है।
इत्र मिले जल से अभिषेक करने से बीमारी नष्ट होती है।
पुत्र प्राप्ति के लिए दुग्ध से और यदि संतान उत्पन्न होकर मृत पैदा हो तो गोदुग्ध से रुद्राभिषेक करें।
रुद्राभिषेक से योग्य तथा विद्वान संतान की प्राप्ति होती है।
ज्वर की शांति हेतु शीतल जल/ गंगाजल से रुद्राभिषेक करें।
सहस्रनाम मंत्रों का उच्चारण करते हुए घृत की धारा से रुद्राभिषेक करने पर वंश का विस्तार होता है।
प्रमेह रोग की शांति भी दुग्धाभिषेक से हो जाती है।
शकर मिले दूध से अभिषेक करने पर जड़बुद्धि वाला भी विद्वान हो जाता है।
सरसों के तेल से अभिषेक करने पर शत्रु पराजित होता है।
शहद के द्वारा अभिषेक करने पर यक्ष्मा (तपेदिक) दूर हो जाती है।
पातकों को नष्ट करने की कामना होने पर भी शहद से रुद्राभिषेक करें।
गोदुग्ध से तथा शुद्ध घी द्वारा अभिषेक करने से आरोग्यता प्राप्त होती है।
पुत्र की कामना वाले व्यक्ति शकर मिश्रित जल से अभिषेक करें। ऐसे तो अभिषेक साधारण रूप से जल से ही होता है।
(Disclaimer: इस स्टोरी में दी गई सूचनाएं सामान्य मान्यताओं पर आधारित हैं। Haribhoomi.com इनकी पुष्टि नहीं करता है। इन तथ्यों को अमल में लाने से पहले संबधित विशेषज्ञ से संपर्क करें।)
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