Sawan Mass 2022: सावन माह में जरुर करें ये काम, आपके जीवन में धन, सुख-समृद्धि और ऐश्वर्य की आएगी बहार

Sawan Mass 2022: सावन माह हिन्दू पंचांग का पांचवां मास है और यह मास शिव को बहुत प्रिय है। इस महीने में संपूर्ण सृष्टि का वातावरण शिवमय हो जाता है। चारों ओर शिव की जय जयकार होने लगती है। वहीं सावन माह में शिव पूजन में कुछ विशेष कार्य करने से अभीष्ट फलों की प्राप्ति सुगम हो जाती है। तो आइए जानते हैं ऐसे ही कुछ कार्यों के बारे में...
सावन माह में ये करें काम
पंचामृत का उपाय
दूध, दही, घी, शक्कर और शहद आदि से निर्मित्त पंचामृत को शिवलिंग पर चढ़ाने के लिए विशेष मंत्र मंत्र जाप करें।
मंत्र
कामधेनु समुद्भूतं सर्वेषां जीवनं परम्।
पावनं यज्ञहेतुश्च पय: स्नानाय गृहृताम्।।
ऊँ शिवाय नम:।
पय: स्नान समर्पयामि।
शिव पूजा कैसे करें
शिवलिंग के दक्षिण दिशा की ओर बैठकर अर्थात अपना मुख उत्तर दिशा की ओर करके शिव की पूजा और अभिषेक करने से पूजा का फल शीघ्र मिलता है।
विवाह में अड़चन
अगर किसी जातक के विवाह में दिक्कत आ रही है तो प्रतिदिन शिवलिंग पर केसर मिश्रित दूध चढ़ाएं।
धन प्राप्ति का उपाय
प्रतिदिन किसी नदी या तालाब जाकर आटे की गोलियां बनाकर मछलियों को खिलाएं। ऐसा करने से धन प्राप्ति के मार्ग खुल सकते हैं।
सुख-समृद्धि पाने का उपाय
घर में सुख-समृद्धि के लिए प्रतिदिन किसी नंदी (बैल) को हरा चारा खिलाएं। ऐसा करने से सुख-समृद्धि के रास्ते में आ रहे अवरोध समाप्त होते हैं।
अन्न की कमी दूर करने का उपाय
अपनी सामर्थ्य के अनुसार जरुरतमंदों और गरीबों को भोजन कराने से आपके घर में अन्न की कमी दूर होती है।
मनोकामनाएं पूर्ति उपाय
सावन में प्रतिदिन 21 बिल्वपत्रों पर चंदन से ऊँ नम: शिवाय लिखें और उन्हें शिवलिंग पर चढ़ाएं। तथा साथ ही एक एकमुखी रुद्राक्ष भी शिवलिंग पर अर्पित करें। ऐसा करने से महादेव जी आपकी समस्त मनोकामनाओं को पूरी करते हैं।
इस दिन बिल्वपत्र न तोड़े
चतुर्थी, अष्टमी, नवमी, चतुर्दशी, अमावस्या, संक्राति और सोमवार के दिन नए बिल्वपत्रों की जगह पर पुराने बिल्वपत्रों को जल से पवित्र कर शिवलिंग पर चढ़ाएं।
लक्ष्मी प्राप्ति का उपाय
पंचोपचार पूजा में चंदन, अक्षत के बाद तीन पत्ती वाले 11, 21, 51 या उससे अधिक बिल्वपत्र शिवलिंग पर विशेष मंत्र का जाप करते हुए अर्पित करें।
मंत्र
त्रिदलं त्रिगुणाकारं त्रिनेत्रं त्रयायुधम।
त्रिजन्म पापसंहारं मेकबिल्वं शिवार्पणम।।
इस शिव मंत्र का जाप करते हुए बिल्वपत्र अर्पित करने के बाद आप भगवान शिव की स्तुति कर आरती करें और खुशहाल, धनी और सेहतमंद रहने की महादेव से प्रार्थना करें।
(Disclaimer: इस स्टोरी में दी गई सूचनाएं सामान्य मान्यताओं पर आधारित हैं। Haribhoomi.com इनकी पुष्टि नहीं करता है। इन तथ्यों को अमल में लाने से पहले संबधित विशेषज्ञ से संपर्क करें।)
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