Sawan Purnima vrat 2023: पूर्णिमा के दिन करें सत्यानारायण भगवान की कथा, मिलेगा विशेष लाभ

Sawan Purnima vrat 2023: इस साल 2023 की दूसरी पूर्णिमा चतुर्थी के अगले दिन पड़ रही है। सनातन धर्म में इस पूर्णिमा तिथि का एक अलग ही विशेष महत्व होता है। सावन मास की शुक्ल पक्ष की दूसरी पूर्णिमा तिथि 30 अगस्त को है। वहीं, पूर्णिमा के दिन पूजा-पाठ का विशेष महत्व होता है। इस दिन भगवान सत्यनारायण की पूजा के साथ ही व्रत करना भी बहुत ही शुभ माना जाता है। सावन के महीने में आने के चलते पूर्णिमा का महत्व और भी ज्यादा बढ़ जाता है। आइये हम जानते हैं कि इस दिन सत्यनारायण भगवान के कथा के बारे में...
सत्यानारायण भगवान की कथा का महत्व
ज्योतिष शास्त्रों की मानें तो एक बार योगी नारद जी भ्रमण करते हुए मृत्युलोक के प्राणियों को अपने-अपने कर्मों के मुताबिक तरह-तरह के दुखों से परेशान होते देखा। उस दौरान उनका हृदय द्रवित हो उठा। इसके बाद वे वीणा बजाते हुए अपने परम आराध्य भगवान श्रीहरि की शरण में क्षीरसागर में पहुंच गए। इसके बाद उन्होंने कहा- हे नाथ, यदि आप मेरे ऊपर प्रसन्न हैं, तो मृत्युलोक के प्राणियों की व्यथा हरने वाला कोई उपाय बताने की कृपा करें। इस समय श्रीहरि बोले- तुमने विश्वकल्याण की भावना से मुझे बहुत ही ज्यादा सुंदर प्रश्न किया है। वहीं, आज मैं तुम्हें ऐसा व्रत बताता हूं, जो स्वर्ग में भी दुर्लभ है और महान पुण्य दायक है। इसके साथ ही वे मोह के बंधन को काट देने वाला है। दरअसल, जो कोई भी व्यक्ति पूरे विधि-विधान से श्रीसत्यनारायण व्रत करता है, उसे संसार के सभी सुखों की प्राप्ति होती है।
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पूर्णिमा के दिन सत्यानारायण कथा का महत्व
पूर्णिमा के दिन सत्यनारायण भगवान के कथा का एक अलग ही महत्व है। इस दिन पूरे विधि-विधान के साथ अगर सत्यानारायण भगवान की कथा की जाए तो भक्तों को शारीरिक, मानसिक और आर्थिक सुख की प्राप्ति होती है। घर-परिवार में किसी भी चीज की कमी नहीं होती है।
Disclaimer: इस स्टोरी में दी गई सूचनाएं सामान्य मान्यताओं पर आधारित हैं। Haribhoomi.com इनकी पुष्टि नहीं करता है। इन तथ्यों को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से संपर्क करें।
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