Sawan Shivratri 2020 Jal Date: सावन शिवरात्रि पर जानिए भगवान शिव के किस रूप की पूजा का क्या मिलता है फल

Sawan Shivratri 2020 Jal Date: सावन शिवरात्रि (Sawan Shivratri) पर भगवान शिव का जलाभिषेक किया जाता है और उनकी विशेष पूजा अर्चना की जाती है। इस दिन भगवान शिव (Lord Shiva) अपने भक्तों से जल्दी प्रसन्न हो जाते हैं और उनकी सभी इच्छाओं की पूर्ति करते हैं। लेकिन शास्त्रों में भगवान शिव के कई रूप बताएं गए हैं जो अलग- अलग इच्छाओं की पूर्ति करते हैं तो चलिए जानते हैं सावन शिवरात्रि पर भगवान शिव के किस रूप की पूजा का क्या मिलता है फल।
भगवान शिव के अलग-अलग रूपों की पूजा के फल (Bhagwan Shiv ke Alag Alag Rupo ki Puja ke Fal)
सावन शिवरात्रि पर भगवान शिव की पूजा को विशेष महत्व दिया जाता है। इस दिन भगवान शिव का जलाभिषेक करने का भी विधान है। भगवान शिव के भक्त कई प्रकार से उनकी पूजा अर्चना करते हैं। शास्त्रों के अनुसार भगवान शिव के कई रूप बताएं गए हैं। जिनकी पूजा करने से अलग- अलग फलों की प्राप्ति होती है। यदि आप भगवान शिव के गंगाधारी रूप की पूजा करते हैं। जिसमें माता गंगा उनके मस्तक पर विराजमान है तो आपको पृथ्वीं लोक से मुक्ति मिलती है।
माना जाता है कि भगवा्न शिव के इस रूप की पूजा करने से विद्या,कला और बुद्धि में भी वृद्धि होती है। वहीं भगवान शिव के भस्म धारी रूप की पूजा करने से व्यक्ति को अपने शत्रुओं से मुक्ति मिलती है और साथ ही सुखों की प्राप्ति भी होती है। इसके साथ ही त्रिशुल धारी शिव की पूजा करने से विवाह में आने वाली सभी रूकावटें दूर होती है। यदि बात करें डमरू धारी शिव की तो भगवान शिव के इस रूप की आराधना करने से व्यक्ति को रोगो से मुक्ति मिलती है।
जबकि सर्पधारी शिव की पूजा करने से राजनीति में सफलता की प्राप्ति होती है। वहीं रूद्राक्ष धारण करने वाले शिव की पूजा करने से वह जल्दी प्रसन्न होकर अपने भक्त की सभी इच्छाओं की पूर्ति करते हैं। यदि आप कमंडल धारी शिव की पूजा करते हैं तो आपके मान- सम्मान में वृद्धि होती है। इसलिए यदि आप सावन शिवरात्रि पर अपनी इच्छा के अनुसार भगवान शिव की पूजा करते हैं तो आपको इसका विशेष लाभ प्राप्त होगा।
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