कुंडली में शनि दोष आने पर शनि दोष निवारण के उपाय, आप भी जानें

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार जब जातक की कुंडली में शनि अपने अशुभ प्रभाव दिखाने लगता है अथवा आपके जीवन में शनिदोष के कारण परेशानियां अपना डेरा जमा लें तो शनि दोष से मुक्ति पाने के उपाय करने चाहिए। जिससे जातक का जीवन सुखमय हो जाए। तो आइए श्रीराम कथा वाचक आचार्य उमाशंकर भारद्वाज के अनुसार आप भी जानें कुंडली के किस भाव में शनि के विराजमान होने पर क्या उपाय करना चाहिए।
प्रथम भाव में शनि
प्रथम भाव में शनि होने पर कष्ट निवारण के लिए जातक को अपने ललाट पर प्रतिदिन दूध या दही का तिलक लगाना चाहिए। शनिवार के दिन जातक अपने शरीर और बालों आदि पर न तो तेल लगाए और न ही खाए।शनिवार के दिन तांबे के बने हुए चार सांप नदी में प्रवाहित करे। प्रथम भाव में शनि से पीड़ित जातकों को शनि दोष निवारण मंत्र का जाप करना चाहिए।
दूसरे भाव में शनि
दूसरे भाव में शनि होने पर कष्ट निवारण के लिए जातक को सांप को दूध पिलाना चाहिए। शनिदोष से पीड़ित होने पर जातक कभी भी सांप को परेशान न करे, न ही मारे। साथ ही जातक दो रंगों वाली गाय /भैंस कभी भी न पालें। दूसरे भाव में शनि से पीड़ित जातकों को मांसाहार का सेवन नहीं करना चाहिए। अपने ललाट पर प्रतिदिन दूध / दही का तिलक करे। शनिवार को कड़वे तेल का दान करना इन जातकों के लिए शुभ होता है।दूसरे भाव में शनि से पीड़ित जातकों को सोते समय दूध का सेवन नहीं करना चाहिए। शनिवार के दिन सिर पर तेल न लगाएं और न ही खाए।
तीसरे भाव में शनि
तीसरे भाव में शनि होने पर कष्ट निवारण के लिए यदि जातक के घर का मुख्य दरवाजा दक्षिण दिशा की ओर है तो उसे बंद करवा दें। प्रतिदिन शनि चालीसा पढ़ें तथा शनि चालीसा की पुस्तक अन्य लोगों को भी भेंट भी करें। तीसरे भाव में शनि से पीड़ित जातकों को गले में शनि यंत्र धारण करना चाहिए। घर में एक काला कुत्ता पाले तथा उस का ध्यान रखें।
चतुर्थ भाव में शनि
चतुर्थ भाव में शनि होने पर कष्ट निवारण के लिए जातक रात में दूध न पीयें। कौआ को दाना खिलाएं। सर्प को दूध पिलाएं। चतुर्थ भाव से पीड़ित जातकों को काली भैंस पालनी चाहिए। कच्चा दूध शनिवार के दिन नदी में प्रवाहित करें।
पंचम भाव में शनि
पंचम भाव में शनि होने पर कष्ट निवारण के लिए इन जातको को पुत्र के जन्मदिन पर मिठाई आदि नहीं बल्कि नमकीन वस्तुएं बांटनी चाहिए। पंचम भाव में शनि से पीड़ित जातकों को मांस का सेवन नहीं करना चाहिए। शनि यंत्र धारण करें और साथ ही शनिदेव की पूजा करें। शनिवार के दिन शनि मंदिर में जाकर गुड चढ़ाएं।
छठवे भाव में शनि
छठवे भाव में शनि होने पर कष्ट निवारण के लिए जातक को चमड़े के जूते, बैग, अटैची आदि का इस्तेमाल करने से बचना चाहिए। छठे भाव में शनि से पीड़ित जातक को शनिवार का व्रत करना चाहिए। चार नारियल नदी में प्रवाहित करें। हर शनिवार के दिन काली गाय को घी से चुपड़ी हुई रोटी नियमित रूप से खिलाए। शनि यंत्र धारण करें।
सप्तम भाव में शनि
सप्तम भाव में शनि होने पर कष्ट निवारण के लिए प्रत्येक शनिवार के दिन काली गाय को घी से चुपड़ी हुई रोटी नियमित रूप से खिलानी चाहिए। सप्तम भाव में शनि से पीड़ित जातकों को शनि यंत्र धारण करना चाहिए। इन जातकों को अपने हाथ में घोड़े की नाल का शनि छल्ला धारण करना चाहिए। सप्तम भाव में शनि से पीड़ित जातकों को शनि देव कि आराधना करनी चाहिए।
अष्टम भाव में शनि
अष्टम भाव में शनि होने पर कष्ट निवारण के लिए जातको को सोमवार के दिन चावल का दान करना उत्तम होता है। अष्टम भाव में शनि से पीड़ित जातक को शनिवार के दिन आठ किलो उड़द काले कपड़े में बांधकर बहती नदी में प्रवाहित करना चाहिए। अष्टम भाव में शनि से पीड़ित जातकों को गले में चांदी की चेन धारण करना शुभ माना जाता है। अपने घर में काला कुत्ता पालें और उसका पूरा ध्यान रखें, यह उपाय अष्टम भाव में शनि वालों के लिए शुभ होता है।
नवम भाव में शनि
नवम भाव में शनि होने पर कष्ट निवारण के लिए जातक को पीले रंग का रुमाल हमेशा अपने पास रखना चाहिए। साबुत मूंग मिट्टी के बर्तन में रखकर नदी में प्रवाहित करना चाहिए। सवा छह रत्ती का पुखराज गुरुवार को धारण करना इन जातकों के लिए शुभ माना जाता है। प्रत्येक शनिवार के दिन काली गाय को घी से चुपड़ी हुई रोटी नियमित रूप से खिलानी चाहिए।
दशम भाव में शनि
दशम भाव में शनि होने पर कष्ट निवारण के लिए जातकों को अपने कमरे के पर्दे, बिस्तर का कवर, दीवारों पर पीला रंग का करवाना चाहिए, यह रंग इन जातकों के लिए उत्तम रहता है। इन जातकों को गुरुवार के दिन पीले लड्डू बांटने चाहिए। अपने ललाट पर प्रतिदिन दूध या दही का तिलक लगाए। शनि यंत्र धारण करें। इन जातकों को शनि दोष निवारण मंत्र का जाप करना चाहिए।
एकादश भाव में शनि
एकादश भाव में शनि होने पर कष्ट निवारण के लिए जातकों को शत्रुओं से सावधान रहना चाहिए। इन जातकों को शनि मन्दिर में जाकर शनि देव को कड़वा तेल चढ़ाना चाहिए। एकादश भाव में शनि होने पर इन जातकों को शनि यंत्र अवश्य धारण करना चाहिए। कौआ आदि पक्षियों को दाना खिलाना इन जातकों के लिए शुभ माना जाता है।
द्वादश भाव में शनि
द्वादश भाव में शनि से पीड़ित जातक को कभी भी झूठ नहीं बोलना चाहिए। इन जातकों को चार सूखे नारियल नदी में प्रवाहित कर देना चाहिए। द्वादश भाव में शनि होने पर जातक को शनि यंत्र अवश्य धारण करना चाहिए। शनिवार के दिन काले कुत्ते ओर गाय को रोटी खिलानी चाहिए। कुत्ते और गाय को रोटी खिलाना इन जातकों के लिए अत्यत्न शुभ माना जाता है। शनिवार को कडवे तेल या काले उड़द का दान करें।
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