shani ka gochar: शनि के गोचर का मेष राशि पर कैसा होगा प्रभाव, जानिए...

shani ka gochar: शनि के गोचर का मेष राशि पर कैसा होगा प्रभाव, जानिए...
X
shani ka gochar: शनि ग्रह 29 अप्रैल 2022 की दोपहर 01:48 बजे पर अपनी राशि मकर को छोड़कर अपनी ही दूसरी मूल त्रिकोण राशि कुंभ में प्रवेश करने जा रहे हैं। लेकिन यहां पर शनि सिर्फ 12 जुलाई 2022 की प्रात: 11:58 बजे तक ही रहेंगे। और उसके बाद अपनी वक्री चाल से पुन: मकर राशि में प्रवेश कर जाएंगे।

shani ka gochar: शनि ग्रह 29 अप्रैल 2022 की दोपहर 01:48 बजे पर अपनी राशि मकर को छोड़कर अपनी ही दूसरी मूल त्रिकोण राशि कुंभ में प्रवेश करने जा रहे हैं। लेकिन यहां पर शनि सिर्फ 12 जुलाई 2022 की प्रात: 11:58 बजे तक ही रहेंगे। और उसके बाद अपनी वक्री चाल से पुन: मकर राशि में प्रवेश कर जाएंगे। और फिर से 17 जनवरी 2023 दिन मंगलवार की रात 09:33 बजे कुंभ राशि में एक बार फिर से प्रवेश कर जाएंगे। शनि के कुंभ राशि में जाने पर कैसा रहेगा मेष राशि के जातकों का हाल आइए जानते हैं।

Also Read: shani ka gochar: शनि के मार्गी होने का वृषभ राशि पर क्या होगा प्रभाव, जानिए...

मेष राशि के लिए शनि दसवें और ग्यारहवें भाव के स्वामी होते हैं। और कुंभ राशि में प्रवेश करने के बाद शनि मेष राशि के ग्यारहवें भाव को प्रभावित करेंगे। वहीं ग्यारहवें भाव से लाभ का विचार किया जाता है। शनि के कुंभ राशि में प्रवेश करने के बाद मेष राशि के जातकों को कई क्षेत्रों में लाभ मिल सकता है। इस भाव को आय का भाव भी कहा जाता है। जो लोग नौकरी करते हैं उनके वेतन में वृद्धि हो सकती है। अथवा उनका प्रमोशन हो सकता है। यदि आप काफी समय से नौकरी बदलना चाह रहे थे तो ये समय आपके लिए काफी शुभ है।

Also Read: Baikuntha chaturdashi 2020: बैकुंठ चतुर्दशी के दिन भगवान विष्णु के बाद होता है महादेव का पूजन, पूजाविधि

वहीं दूसरी ओर इस दौरान बेरोजगार जातकों को रोजगार की प्राप्ति हो सकती है। वहीं व्यापारी वर्ग के लोगों के व्यापार में आश्चर्यजनक वृद्धि हो सकती है। और इन जातकों के व्यापार में विस्तार भी हो सकता है। लेकिन शनि की तीसरी दृष्टि आपके लग्न भाव पर पड़ेगी। जिसके कारण आपको स्वास्थ्य संबंधी कोई परेशानी भी हो सकती है।

शनि की सातवीं दृष्टि आपके पंचम भाव पर पड़ेगी। जिसकी वजह से आपकी संतान को कोई बीमारी अथवा परेशानी हो सकती है। यदि आप किसी से प्रेम करते हैं तो आपके प्रेम संबंधों में भी इस दौरान समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं।

शनि की दसवीं दृष्टि आपके अष्ठम भाव पर पड़ेगी। इसलिए इस दौरान आप वाहन आदि बहुत ही सावधानी से चलाएं। और अपनी ससुराल पक्ष से संबंधों को लेकर भी बहुत सतर्क रहें। आप इस दौरान कोई भी अनैतिक कार्य करने से बचें। नहीं तो आपको परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।

Tags

Next Story