Shardiya Navratri 2020 : जानिए क्या है नवरात्रि के 9 रहस्य

Shardiya Navratri 2020 : जानिए क्या है नवरात्रि के 9 रहस्य
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Shardiya Navratri 2020 : शारदीय नवरात्रि (Shardiya Navratri) पर मां दुर्गा (Goddess Durga) के नौ रूपों की पूजा की जाती है। नवरात्रि साल में चार बार आती हैं। जिनमें से चैत्र और आश्विन मास की नवरात्रि को बहुत महत्व दिया जाता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि क्या आप नवरात्रि के रहस्यों के बारे में जानते हैं अगर नहीं तो आज हम आपको इसके बारे में बताएंगे तो चलिए जानते हैं नवरात्रि के रहस्य।

Shardiya Navratri 2020 : शारदीय नवरात्रि 17 अक्टूबर 2020 (Shardiya Navratri 17 October 2020) से प्रारंभ हो रही है। नवरात्रि (Navratri) के नौ दिनों तक मां दुर्गा के भक्त उनके अलग- अलग नौ रूपों की पूजा करते हैं। जिस तरह से मां दुर्गा के अलग- अलग नौ रूप हैं। उसी प्रकार से नवरात्रि के भी नौ रहस्य हैं। जिनके बारे में अगर आपको नहीं पता है तो आज हम आपको इन नौ रहस्यों के बारे में बताएंगे तो आइए जानते हैं नवरात्रि के नौ रहस्य।

नवरात्रि के नौ रहस्य (Navratri Ke No Rahasya)

पहला रहस्य 36 रहस्य

नवरात्रि वर्ष के महत्वपूर्ण 4 पवित्र माह में आती है। ये 4 माह हैं चैत्र,आषाढ़,आश्विन और पौष।चैत्र माह में चैत्र नवरात्रि को बड़ी नवरात्रि या वसंत नवरात्रि भी कहा जाता है। आषाढ़ और पौष माह की नवरात्रि को गुप्त नवरात्रि कहते हैं। आश्विन माह की नवरात्रि को शारदीय नवरात्रि कहते हैं।

दूसरा रहस्य 9 छिद्र

हमारे शरीर में 9 छिद्र हैं। दो आंख, दो कान, दो नाक के छिद्र, दो गुप्तांग और एक मुंह। इन 9 अंगों को शुद्ध करेंगे को मन निर्मल होगा और यह छठी इंद्री को जाग्रत करेगा।

तीसरा रहस्य पूर्ण संयम

इन नौ दिनों में मद्ममान,मांसभक्षण और स्त्री संग शयन वर्जित माना जाता है। जो व्यक्ति यह अपराध करता है। जो भी व्यक्ति इस तरह का अपराध करता है उसे कठोर दंड मिलता है और जो इन पर संयम रखता है उसकी सभी मनोकामना पूर्ण होती है।

चौथा रहस्य पवित्र है ये रात्रियां

नवरात्र शब्द से नव अहोरात्र अर्थात विशेष रात्रियों का बोध होता है। इन रात्रियों में प्रकृति के बहुत सारे अवरोध खत्म हो जाते हैं। दिन की अपेक्षा यदि रात्रि में आवाज दी जाए तो वह बहुत दूर तक जाती है।इसी कारण से इन रात्रियों में सिद्धि और साधना की जाती है।

पांचवां रहस्य 9 देवियां

शैलपुत्री,ब्रह्मचारिणी,चंद्रघंटा,कुष्मांडा,स्कंदमाता,कात्यायनी,कालरात्रि,महागौरी और सिद्धिदात्री मां दुर्गा के नौ रूप हैं। माना जाता है कि मां कात्यायनी ने ही महिषासुर का वध किया था। इसी कारण से इन्हें महिषासुरमर्दिनी कहते हैं।

छठा रहस्य नौ भोग और औषधि

शैलपुत्री कद्दू और हरड़, ब्रह्मचारिणी दूध दही और ब्राह्मी चंद्रघंटा चौलाई और चन्दुसूर,कुष्मांडा,पेठा,स्कंदमाता श्यामक चावल और अलसी,कात्यायनी हरी तरकारी, और मोइया,कालरात्रि कालीमिर्च,तुलसी और नागदौन, महागौरी साबूदान तुलसी, सिद्धिदात्री आंवला और शतावरी की देवी मानी जाती हैं।

सातवां रहस्य अलग- अलग देवियां

देवियों में त्रिदेवी,नवदुर्गा,दशमहाविद्या और 64 योगिनियों का समूह हैं आदिशक्ति अम्बिका सर्वोच्च हैं और उसी के कई रूप हैं। सती,पार्वती,उमा और काली माता भगवान शंकर की पत्नियां हैं।

आठवां रहस्य दस महाविद्याएं

नवदुर्गा में दसमहाविद्याएं की भी पूजा की जाती है। इनके नाम हैं काली,तारा,छिन्नमस्तका,षोडशी,भुवनेश्वरी,त्रिपुरभैरवी,धुमावती,बगुलामुखी,मातंगी और कमला

नौवां रहस्य देवियों की पहचान

प्रत्येक देवी को उनके वाहन, भुजा और अस्त्र शस्त्र से पहचाना जाता है जैसे अष्टभुजाधारी देवी दुर्गा और कात्यायनी,सिंह पर सवार हैं तो माता पार्वती, चंद्रघंटा और कुष्मांडा शेर पर विराजमान हैं। शैलपुत्री और महागौरी वृषभ पर कालरात्रि गधे पर और सिद्धिदात्री कमल पर विराजमान हैं।

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