Shardiya Navratri 2022: नवरात्रि में आ जाए पीरियड तो जरूर करें ये काम, वरना...

Shardiya Navratri 2022: नवरात्रि में आ जाए पीरियड तो जरूर करें ये काम, वरना...
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Shardiya Navratri 2022: शारदीय नवरात्रि शुरू हो चुके हैं और आज शारदीय नवरात्रि का दूसरा दिन है। नवरात्रि में जो भी लोग मां की अराधना और व्रत करते हैं, उन्हें साफ-सफाई और व्रत से जुड़े अनेक नियमों का पालन करना पड़ता है। वहीं नवरात्रि व्रत के दौरान उन महिलाओं के लिए बड़ी दिक्कत और दुविधापूर्ण स्थिति हो जाती है, जिन्हें नवरात्रि के दौरान ही मासिक धर्म आना शुरू हो जाता है।

Shardiya Navratri 2022: शारदीय नवरात्रि शुरू हो चुके हैं और आज शारदीय नवरात्रि का दूसरा दिन है। नवरात्रि में जो भी लोग मां की अराधना और व्रत करते हैं, उन्हें साफ-सफाई और व्रत से जुड़े अनेक नियमों का पालन करना पड़ता है। वहीं नवरात्रि व्रत के दौरान उन महिलाओं के लिए बड़ी दिक्कत और दुविधापूर्ण स्थिति हो जाती है, जिन्हें नवरात्रि के दौरान ही मासिक धर्म आना शुरू हो जाता है। ऐसी स्थिति में अधिकांश महिलाओं का मानना होता है कि, वे अपने व्रत को कैसे पूरा करें या बीच में ही छोड़ दें, लेकिन महिलाओं की ऐसी के लिए भी शास्त्रों में कुछ खास बातें बतायी गई हैं। तो आइए जानते हैं उन खास बातों के बारे में...

नवरात्रि के पूरे नौ दिन सबसे शुद्ध और पवित्र माने जाते हैं। वहीं शक्ति स्वरूपा मां भगवती दुर्गा की अराधना के चलते ये महापर्व महिलाओं के लिए सबसे अधिक महत्वपूर्ण होता है। वहीं महिलाओं के साथ ये सबसे अधिक संभावना होता है कि, नवरात्रि के दौरान कहीं उनका मासिक धर्म ना आ जाए अर्थात महिलाओं को पीरियड आ जाते हैं, ऐसे में महिलाएं इस दुविधा में पड़ जाती हैँ कि, उन्हें मां भगवती दुर्गा की पूजा करनी चाहिए या नहीं करनी चाहिए।

वहीं नवरात्रि के दौरान सभी घरों में घट स्थापना होती है और मां दुर्गा की अराधना की जाती है। वहीं नवरात्रि व्रत को अधिकतर सभी महिलाएं करती हैं। वहीं अधिकांश घरों में नियमपूर्वक पूजा भी महिलाएं ही करती हैं। इसीलिए अगर नवरात्रि के दौरान आपको मासिक धर्म शुरू हो जाए तो आपको इस दौरान पूजा नहीं करनी चाहिए।

महिलाओं के लिए मासिक धर्म प्राकृतिक रूप से होने वाली वह घटना है जो प्रत्येक 22 से 28 दिनों के अंतराल पर नियमित रूप से रिपिट होती रहती है। वहीं अगर आपको पहले से ही ये आशंका हो कि, नवरात्रि के बीच में आपको पीरियड आ सकता है, तो आपको व्रत करने की शुरूआत बिलकुल नहीं करनी चाहिए। ऐसी स्थिति में अगर आप चाहती हैं तो पहला और अंतिम व्रत कर सकती हैं।

मासिक धर्म के दौरान महिलाओं को चक्कर आना, भूख ना लगना और कब्ज जैसी समस्या आम रूप से हो जाती हैं। ऐसे में आपको व्रत कदापि नहीं रखना चाहिए। परन्तु जिन महिलाओं को ऐसी समस्याएं नहीं होती हैं, वह व्रत रख सकती हैं, लेकिन इस दौरान आपको माता की प्रतिमा और पूजन सामग्री को स्पर्श नहीं करना चाहिए। आपको केवल सच्ची श्रद्धा भावना से ही व्रत का पालन करना चाहिए।

वहीं आपको इस दौरान नियमित रूप से फलाहार भी करना चाहिए। भगवान के लिए भक्तों के मन में सच्चा भाव ही उसे भगवान तक ले जाने के लिए पर्याप्त होता है। वहीं शारीरिक शुद्धि भी उसके बाद ही आती है। इसीलिए आप इन बातों का ध्यान रखते हुए व्रत कर सकती हैं।

(Disclaimer: इस स्टोरी में दी गई सूचनाएं सामान्य मान्यताओं पर आधारित हैं। Haribhoomi.com इनकी पुष्टि नहीं करता है। इन तथ्यों को अमल में लाने से पहले संबधित विशेषज्ञ से संपर्क करें।)

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