दुश्मन पर विजय प्राप्त करने के लाल किताब के अचूक टोटके, आप भी जानें

lal kitab ke achuk totke : अगर आप अपने जीवन में शत्रु बाधाओं से पीड़ित हैं, और आपके दुश्मन आपको परेशान कर रहे हैं तो और आपको इससे बचने का कोई रास्ता नजर नहीं आ रहा है तो आप लाल किताब के कुछ अचूक टोटकों को अपना सकते हैं। आप लाल किताब के टोटकों के प्रयोग से अपने दुश्मनों पर विजय प्राप्त कर सकते हैं। आप इन टोटकों और उपायों को श्रद्धा और विश्वास के साथ प्रयोग करके इनका लाभ उठा सकते हैं और शत्रु बाधा से मुक्ति प्राप्त कर सकते हैं। तो आइए आप भी जानें शत्रु बाधा से मुक्ति पाने के लिए लाल किताब के टोटकों के बारे में जरुरी बातें।
1. अगर आप पर आपका दुश्मन भारी पड़ रहा है और आपको कोई रास्ता दिखाई नहीं दे रहा है तो रविवार के दिन आप चमेली के पेड़ की जड़ लेकर अपने घर आएं। और उस जड़ को एक तांबे या चांदी के ताबीज में भरकर लाल रेशम के धागे में ताबीज को डालकर, इसके बाद ताबीज को धूप दिखाकर, उस ताबीज को अपने गले में धारण करें। इसके बाद आप कुछ ही दिनों में देखेंगे कि आपका शत्रु किसी दूसरे बलवान व्यक्ति से भिड़ जाएगा और आप निर्भय हो जाएंगे।
2. यदि आपका दुश्मन आपको लगातार परेशान कर रहा है और आपके लाख कोशिश करने पर भी वह बाज नहीं आ रहा है तो आप मुज की डोरी लेकर रविवार के दिन अपनी कमर में धारण करें। ध्यान रहे कि मुज की डोरी सूर्योदय से सूर्यास्त के बीच ही धारण करनी है। और रविवार के दिन ही आप अपने दुश्मन का 11, 21, 31, 51 बार नाम लें, आप कुछ ही दिनों में निश्चित रूप से देखेंगे कि आपका शत्रु परेशान हो जाएगा। और वह आपके ऊपर किसी तरह का प्रहार नहीं कर पाएगा। और आपके जीवन से उसका वास्ता समाप्त हो जाएगा। और आपका शत्रु पराजित हो जाएगा।
3. आप अपने घर 11 या 21 लाल कनेर के पुष्प लेकर आप 91 दिन भगवान गणपति को ऊँ विघ्न विनाशके नम: का जाप करते हुए अर्पित करें। और भगवान गणपति से निवेदन करें कि हे भगवान ये लाल कनेर मैं आपको इसलिए अर्पण कर रहा हूं कि मुझे मेरा अमुख (शत्रु का नाम लें) दुश्मन पीड़ित कर रहा है। आप मुझे इस प्रबल शत्रु से मुक्ति प्रदान करें।
4. माता धूमावती शत्रु संहारक होती है। आप शनिवार को रात्रि के समय माता धूमावती की आराधना करें। लेकिन आपको विधि पूर्वक माता धूमावती की आराधना करने के लिए किसी योग्य गुरू अथवा आचार्य या ब्राह्मण का सहारा लेना चाहिए। क्योंकि माता धूमावती आपके शत्रु को बहुत कष्ट देती हैं, ताकि वह आपका पीछा छोड़ दे।
5. शनिवार के दिन से आप 43 दिन तक एक तांबे का सिक्का लें, परन्तु सिक्के के बीच में एक छेद होना आवश्यक है। ऐसे सिक्के को लेकर आप लगातार 43 दिन अपने शत्रु का नाम लेकर किसी गंदे नाले में फेंक दें। 43 दिन के बाद आप पाएंगे कि आपका शत्रु आपको किसी तरह का कोई नुकसान नहीं पहुंचाएगा।
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