Shukra Gochar 2022 : शुक्र का वृश्चिक राशि में गोचर दे सकता है भयानक परिणाम, जानें इससे बचने के उपाय

Shukra Gochar 2022 : शुक्र का वृश्चिक राशि में गोचर दे सकता है भयानक परिणाम, जानें इससे बचने के उपाय
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Shukra Gochar 2022 : शुक्र ग्रह आज 11 नवंबर 2022, दिन शुक्रवार सुबह 08:20 बजे तुला राशि छोड़कर वृश्चिक राशि में प्रवेश करने जा रहे हैं। जहां वे 05 दिसंबर 2022 तक रहेंगे। ज्योतिष में शुक्र के गोचर को विशेष महत्व दिया जाता है। क्योंकि शुक्र देव को ही भौतिक और दांपत्य सुख का दाता माना जाता है। वैवाहिक जीवन में शुक्र ग्रह का विशेष महत्व होता है।

Shukra Gochar 2022 : शुक्र ग्रह आज 11 नवंबर 2022, दिन शुक्रवार सुबह 08:20 बजे तुला राशि छोड़कर वृश्चिक राशि में प्रवेश करने जा रहे हैं। जहां वे 05 दिसंबर 2022 तक रहेंगे। ज्योतिष में शुक्र के गोचर को विशेष महत्व दिया जाता है। क्योंकि शुक्र देव को ही भौतिक और दांपत्य सुख का दाता माना जाता है। वैवाहिक जीवन में शुक्र ग्रह का विशेष महत्व होता है।

शुक्र उदय होते ही शुरू हो जाएंगे ये सभी काम

वहीं अभी शुक्र ग्रह अस्त भी चल रहा है। जिसके कारण शादी-विवाह आदि मांगलिक कार्य भी नहीं हो पा रहे हैं। शुक्रदेव 20 नवंबर 2022 को उदय होने जा रहे हैं। वहीं शुक्र ग्रह के उदय होते ही शादी-विवाह समेत सभी मांगलिक कार्य सुचारू रूप से होने लगेंगे। तथा 16 दिसंबर 2022 से खरमास का प्रारंभ होते ही फिर से सभी मांगलिक कार्यों पर एक महीने के लिए ब्रेक लग जाएगा। जिसके बाद 14 जनवरी 2023 को मकर संक्रांति के बाद ही मांगलिक कार्यों की शुरूआत होगी।

शुक्र गोचर का प्रभाव

वहीं ज्योतिषविदों की मानें तो शुक्र ग्रह के वृश्चिक राशि में गोचर करने से अब सर्दी भी बढ़ सकती है और साथ ही देश में कई स्थानों पर बारिश भी हो सकती है। सोने-चांदी समेत कई धातुओं की कीमतों में उतार-चढ़ाव की स्थिति बनी रहेगी। साथ ही देश के कई राज्यों की राजनीतिक स्थिति में भी बदलाव की स्थिति बन सकती है। खान-पान की चीजों के रेट बढ़ सकते हैं। वहीं देश और दुनिया में कहीं भी प्राकृतिक आपदा आने की भी आशंका बन रही है।

उपाय

  • शुक्र के इस गोचर काल में शुक्रदेव और मां लक्ष्मी जी की कृपा पाने के लिए प्रतिदिन मां महालक्ष्मी जी की पूजा-अराधना करें।
  • गाय, कुत्ता और कौआ को भोजन खिलाएं।
  • शुक्रवार के दिन उपवास करें और आज के दिन खटाई का सेवन ना करें।
  • प्रतिदिन श्री सूक्त का पाठ करें।

(Disclaimer: इस स्टोरी में दी गई सूचनाएं सामान्य मान्यताओं पर आधारित हैं। Haribhoomi.com इनकी पुष्टि नहीं करता है। इन तथ्यों को अमल में लाने से पहले संबधित विशेषज्ञ से संपर्क करें।)

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