Gochar 2021 : अमृत संजीवनी के मालिक शुक्र आज करेंगे वृषभ में प्रवेश, जानें किन राशि के जातकों का आने वाला है बुरा समय

- शुक्र के कारण आएगी कोरोना महामारी संक्रमण में कमी
- सिंह, वृश्चिक और धनु राशि के जातकों की होगी पौ बारह
- सात राशि के जातकों के लिए रहेगा मिला-जुला दौर
Gochar 2021 : समस्त प्रकार के भौतिक सुखों को प्रदान करने वाले शुक्र देव मेष राशि की यात्रा समाप्त करके 4 मई को दोपहर 1 बजकर 23 मिनट पर अपनी स्वयं की राशि वृषभ में प्रवेश कर रहे हैं। इस राशि पर ये 28 मई की रात्रि 11 बजकर 57 मिनट तक गोचर करेंगे उसके बाद मिथुन राशि में प्रवेश कर जाएंगे। पंचांग के मुताबिक, वृषभ राशि में पाप ग्रह राहु पहले से ही विराजित हैं। बुध ग्रह 01 मई को आ गए और शुक्र ग्रह के आ जाने से वृषभ राशि में तीन ग्रहों की युति बन जाएगी। जो मेष राशि से लेकर मीन राशि के जातकों को प्रभावित करेगी। अमृत संजीवनी के मालिक शुक्र के कारण कोरोना महामारी संक्रमण में कमी आएगी। कोरोना महामारी संक्रमण से होने वाली मृत्यु दर में कमी आएगी और कोरोना का असर न्यूनतम होगा।
ये भी पढ़ें : Gochar 2021 : वृषभ राशि में बना बुध और राहु का जड़त्व योग नहीं है शुभ, शुक्र के साथ आने पर मिल सकती है लोगों को राहत की सांस
वहीं ज्योतिषाचार्य अनीष व्यास के अनुसार, वैदिक ज्योतिष में शुक्र ग्रह को एक शुभ ग्रह माना गया है। इसके प्रभाव से व्यक्ति को भौतिक, शारीरिक और वैवाहिक सुखों की प्राप्ति होती है। इसलिए ज्योतिष में शुक्र ग्रह को भौतिक सुख, वैवाहिक सुख, भोग-विलास, शोहरत, कला, प्रतिभा, सौन्दर्य, रोमांस, काम-वासना और फैशन-डिजाइनिंग आदि का कारक माना जाता है। शुक्र वृषभ और तुला राशि का स्वामी होता है और मीन इसकी उच्च राशि है, जबकि कन्या इसकी नीच राशि कहलाती है। शुक्र को 27 नक्षत्रों में से भरणी, पूर्वा फाल्गुनी और पूर्वाषाढ़ा नक्षत्रों का स्वामित्व प्राप्त है। ग्रहों में बुध और शनि ग्रह शुक्र के मित्र ग्रह हैं और तथा सूर्य और चंद्रमा इसके शत्रु ग्रह माने जाते हैं।
ये भी पढ़ें : Kamrup Vidhya : जानें, पूजा के दौरान दीपक की लो में फूल बनने का ये मतलब
शुक्र के पास अमृत संजीवनी
अमृत संजीवनी के मालिक शुक्र पृथ्वी के साथ हैं और शुक्र के पास अमृत संजीवनी है। इस कारण कोरोना महामारी संक्रमण में कमी आएगी। कोरोना महामारी संक्रमण से होने वाली मृत्यु दर में कमी आएगी और कोरोना का असर न्यूनतम होगा। प्राकृतिक आपदा और अप्रिय घटनाएं जन शून्य स्थानों पर होने की संभावना अधिक है। शुक्र अमृत संजीवनी के कारण संक्रमण और दुर्घटना के शिकार लोगों को बचाने में सफल रहेंगे।
इन राशियों के लिए शुभ रहेगा शुक्र का गोचर
पंचांग के मुताबिक, शुक्र की चाल में बदलाव होने से सिंह, वृश्चिक और धनु राशि वाले लोगों के लिए अच्छा समय रहेगा। इन तीनों राशियों के नौकरीपेशा और बिजनेस करने वाले लोगों को फायदा हो सकता है। कामकाज की तारीफ होगी और आगे बढ़ने के मौके मिल सकते हैं। किस्मत का साथ मिलेगा। दुश्मनों पर जीत मिलेगी। लव लाइफ और दांपत्य जीवन में सुख मिलेगा।
इन राशियों के लिए मिला-जुला समय
अपनी ही राशि में शुक्र के आ जाने से मेष, वृष, कर्क, कन्या, मकर, कुंभ और मीन राशि वाले लोगों के लिए मिला-जुला समय रहेगा। इन राशि वालों की सेहत में सुधार होगा लेकिन रोजमर्रा के कामों में रुकावटें आ सकती है। पैसा खर्चा हो सकता है। दांपत्य सुख में कमी आ सकती है। साझेदारी संबंधी मामलों में उलझने आ सकती है। बिजनेस के जरूरी फैसले सोच-समझकर लेने होंगे।
मिथुन और तुला राशि के जातक रहें सावधान
शुक्र के राशि बदलने से मिथुन और तुला राशि वाले लोगों को संभलकर रहना होगा। इन राशियों के लोगों के फालतू खर्चे बढ़ सकते हैं। दांपत्य सुख में कमी आ सकती है। राज की बातें उजागर हो सकती है। मेहनत बढ़ेगी। अपोजिट जेंडर वालों से संबंध बिगड़ सकते हैं। विवाद और दौड़-भाग भी हो सकती है।
शुक्र का शुभ-अशुभ प्रभाव
शुक्र के राशि परिवर्तन से कोरोना महामारी से होने वाली मृत्यु दर में कमी आएगी और कोरोना का असर न्यूनतम होगा। भौतिक सुख और वैवाहिक सुख में वृद्धि होगी। कानूनी मामलों में वृद्धि होगी। देश की अर्थव्यवस्था के लिए शुभ रहेगा। शुक्र के राशि बदलने से खाने की चीजों की कीमतें सामान्य रहेंगी। सब्जियां, तिलहन और दलहन की कीमतें कम होंगी। मशीनरी समान महंगे हो सकते हैं। व्यापार में तेजी रहेगी। सोने चांदी के भाव में वृद्धि होगी। दूध से बनी चीजों का उत्पादन बढ़ सकता है। सुख-सुविधाओं की चीजों में बढ़ोत्तरी भी हो सकती है। रोजगार के क्षेत्रों में वृद्धि होगी। आय में बढ़ोतरी होगी। इसके साथ ही राजनीति में उतार-चढ़ाव देखने को मिलेगा। शुक्र के अशुभ प्रभाव से स्वास्थ्य संबंधी परेशानियां भी होती है।
शुक्र ग्रह के उपाय
ज्योतिषाचार्य अनीष व्यास के अनुसार, इस दौरान कुछ उपाय करने से आपको इस दौरान लाभ हो सकता है।
लक्ष्मी माता की उपासना करें।
सफेद वस्त्र दान करें।
भोजन का कुछ हिस्सा गाय, कौवे और कुत्ते को दें।
शुक्रवार का व्रत रखें और उस दिन खटाई न खाएं।
चमकदार सफेद एवं गुलाबी रंग का प्रयोग करें।
श्री सूक्त का पाठ करें।
शुक्रवार के दिन दही, खीर, ज्वार, इत्र, रंग-बिरंगे कपड़े, चांदी, चावल इत्यादि वस्तुएं दान करें।
(Disclaimer: इस स्टोरी में दी गई सूचनाएं सामान्य मान्यताओं पर आधारित हैं। Haribhoomi।com इनकी पुष्टि नहीं करता है। इन तथ्यों को अमल में लाने से पहले संबधित विशेषज्ञ से संपर्क करें)
© Copyright 2025 : Haribhoomi All Rights Reserved. Powered by BLINK CMS
-
Home
-
Menu
© Copyright 2025: Haribhoomi All Rights Reserved. Powered by BLINK CMS