Surya Gochar 2021 : ग्रहों के राजा सूर्य 14 मार्च को करेंगे राशि परिवर्तन

- सूर्य (Surya) के मीन राशि (Meen Rashi) में प्रवेश करने से शुरू होगा मलमास
- सूर्य 14 मार्च को शाम 06:04 पर मीन राशि में प्रवेश करेंगे।
Surya Gochar 2021 : ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक, सूर्यदेव को सौर मंडल के सभी ग्रहों में सबसे ताकतवर ग्रह कहा जाता है। सूर्य जब भी राशि परिवर्तन करते हैं इसका प्रभाव सभी राशियों पर पड़ता है। सूर्यदेव 14 मार्च को शाम 06 बजकर 04 मिनट पर मीन राशि में प्रवेश करेंगे और 14 अप्रैल प्रातः 02 बजकर 33 मिनट तक मीन राशि में ही रहेंगे। सू्र्यदेव जब कुंभ राशि से गुरु की मीन राशि में प्रवेश करते हैं तो इस अवस्था को सूर्य की मीन संक्रांति कहा जाता है। ज्योतिषाचार्य अनीष व्यास मुताबिक यह मास हिन्दू कैलेंडर का आखिरी मास होता है और इस दिन सूर्यदेव मीन राशि में प्रवेश करते हैं। इस कारण इसे मीन संक्रांति कहा जाता है। इस साल मीन संक्रांति 14 मार्च 2021, दिन रविवार को है। इस अवधि को खरमास या मलमास कहते हैं। मलमास अथवा खरमास में विवाह कार्य, भूमि पूजन और गृह प्रवेश आदि वर्जित हैं।
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ज्योतिष शास्त्र में मीन संक्रांति का विशेष महत्व होता है। सूर्यदेव का जब-जब गुरु की राशि धनु एवं मीन में परिभ्रमण होता है या धनु व मीन संक्रांति होती है तो वह मलमास कहलाती है। मीन संक्रांति में मांगलिक कार्य वर्जित होते हैं। मलमास में नामकरण, विद्या आरंभ, कर्ण छेदन, अन्न प्राशन, उपनयन संस्कार, विवाह संस्कार, गृह प्रवेश तथा वास्तु पूजन आदि मांगलिक कार्यों को वर्जित माना जाता है। खरमास में सूर्य ग्रह देवगुरु बृहस्पति की सेवा में रहते हैं। इस वजह से इस माह में मांगलिक कर्म करने से बचना चाहिए।
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सूर्य का शुभ-अशुभ प्रभाव
सूर्य के शुभ प्रभाव से नौकरी-बिजनेस में तरक्की के योग बनते हैं और लीडरशीप करने का मौका भी मिलता है। ज्योतिषविदों के मुताबिक, ज्योतिष में सूर्य को आत्माकारक ग्रह कहा गया है। इसके प्रभाव से आत्मविश्वास बढ़ता है। पिता, अधिकारी और शासकीय मामलों में सफलता भी सूर्य के शुभ प्रभाव से मिलती है। वहीं सूर्य का अशुभ प्रभाव असफलता देता है। जिसके कारण कामकाज में रुकावटें और परेशानियां बढ़ती हैं। धन हानि और स्थान परिवर्तन भी सूर्य के कारण होता है। सूर्य के अशुभ प्रभाव से स्वास्थ्य संबंधी परेशानियां भी होती है।
सूर्य गुरू के नक्षत्र में, मंगल सूर्य के नक्षत्र में और गुरु मंगल के नक्षत्र में है। बुध ने मंगल के घनिष्ठा नक्षत्र में प्रवेश कर लिया है। घनिष्ठा नक्षत्र शुभ होने से बुध एवं मंगल के कारण बैक और सेना में भर्ती हो सकती है। बुध जहां भी होता है वहां हंसने का काम होता है। पूरा विश्व एक पल के लिए मंगलवार होने पर जरूर हंसेगा। बुध के कारण रोजगार के अवसर बढ़ेंगे और जनमानस के चेहरे पर रौनक वापस दिखाई देगी।
सूर्य के उपाय
ज्योतिषाचार्य अनीष व्यास के अनुसार, इस दौरान भगवान विष्णु की उपासना करें। सूर्य को अर्घ्य दे। रविवार का व्रत रखें। अपने मुख में कुछ मीठा डालकर ऊपर से पानी पीकर ही घर से निकलें। पिता और पिता के संबंधियों का सम्मान करें। लाल और केसरिया रंग के वस्त्र धारण करें। प्रतिदिन सूर्योदय से पहले उठें और अपनी नग्न आंखों से उगते हुए सूर्य का दर्शन करें। सूर्य देव की पूजा करें। भगवान राम की पूजा करें। आदित्य हृदय स्तोत्र का जाप करें।
मीन संक्रांति दान का शुभ मुहूर्त
मीन संक्रांति के दिन पुण्य काल का समय | शाम 06:18 से 06:29 तक। |
पुण्य काल की अवधि | 11 मिनट |
इनका चीजों का करें दान
ज्योतिषाचार्य अनीष व्यास के अनुसार, मीन संक्रांति के दिन अपने आराध्य देव की अराधना करनी चाहिए। इस दिन सूर्यदेव को अर्घ्य देना चाहिए। इस दिन तिल, वस्त्र और अनाज का दान करना चाहिए। मीन संक्रांति के दिन मंदिर जाकर भगवान के दर्शन करने चाहिए। इस दिन गाय को चारा खिलाना शुभ माना जाता है। इस दिन गंगा, यमुना आदि पवित्र नदियों में स्नान करना शुभ माना जाता है।
(Disclaimer: इस स्टोरी में दी गई सूचनाएं सामान्य मान्यताओं पर आधारित हैं। Haribhoomi.com इनकी पुष्टि नहीं करता है। इन तथ्यों को अमल में लाने से पहले संबधित विशेषज्ञ से संपर्क करें)
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